Follow us:
Register
🖋️ Lekh ✒️ Poem 📖 Stories 📘 Laghukatha 💬 Quotes 🗒️ Book Review ✈️ Travel

Uncategorized

Zalan /irshya by shudhir Shrivastava

 जलन/ईर्ष्या लोगों की आदत में  शुमार है जलने की, कोई आप से जलता है तो कोई आप के परिवार से …


 जलन/ईर्ष्या

Zalan /irshya by shudhir Shrivastava

लोगों की आदत में 

शुमार है जलने की,

कोई आप से जलता है

तो कोई आप के परिवार से

और तो और 

कोई आपके बच्चों से भी

जलन रखता है

इतना तक ही हो 

तो भी कोई बात नहीं,

लोग तो आपसे, आपके परिवार से

आपके विकास ही नहीं

आपके सुखी जीवन से भी

जलते हैं।

आपका हंसता खेलता जीवन

उन्हें रास कहाँ आता,

आप का आचरण, श्रम और

संतोष उन्हें कहाँ दिखता

आपका सुखमय जीवन

लोगों को बहुत चुभता।

अपना तो उन्हें कभी भी

कुछ भी गलत नहीं लगता,

आलस्य और ईर्ष्या से उनका

बड़ा गहरा रिश्ता।

बस ! उनका तो

एक सूत्रीय कार्यक्रम है

लोगों से जलन रखना

और अपने मुँह मियां

मिट्ठू बनना ही आदत है।

★ सुधीर श्रीवास्तव

      गोण्डा, उ.प्र.

©मौलिक, स्वरचित


Related Posts

बिन तुम्हारे ???- डॉ हरे कृष्ण मिश्र

November 23, 2021

 बिन तुम्हारे  ??? जीवन के मूल्यों को मैंने,  समझ नहीं पाया है, जुड़ी है मृत्यु जीवन से,  इसे समझ नहीं

Vishvkarma pooja by Dr. indu kumari

September 21, 2021

 विश्वकर्मा पूजा शिल्प के निर्माण कर्ता है उत्कृष्ट सृजन  के धर्ता है सतयुग में स्वर्गलोक बनाया द्वापर  में     द्वारकापूरी

Sarataj hai tu by indu kumari

August 22, 2021

 सरताज है तू ए भारत के बेटे- बेटियों हर दिल की आवाज है तू फहराते रहे हो सदा तिरंगे हमारी

Saphalata apane ghr me hi hai by jayshree bir mi

August 7, 2021

 सफलता अपने घर में ही हैं जब सफलता प्राप्त करनी होती हैं ,तब एक प्रकार का आयोजन होता हैं।जो आजकल

Zalan /irshya by shudhir Shrivastava

July 11, 2021

 जलन/ईर्ष्या लोगों की आदत में  शुमार है जलने की, कोई आप से जलता है तो कोई आप के परिवार से

Zindagi jal Dhar Jaisi by hare Krishna Mishra

July 3, 2021

 जिंदगी जल धार जैसी जिंदगी के हर मोड़ पर, हम अधुरे ही रहे , चल रहा था दो चार कदम,

Leave a Comment