Jalti Hui Basti Ko Koi Bujhaane Nahi Waala
About author
नाम – मुहम्मद आसिफ अली
From – Kashipur, Uttarakhand, India
DOB – 13 March 2001
Website – https://
Jalti Hui Basti Ko Koi Bujhaane Nahi Waala बहर – 2212 2222 2122 1222 जलती हुई बस्ती को कोई बुझाने …
February 28, 2022
साँस की सुबास है।- ग़ज़ल साँस की सुबास है। रात और खाब है।। तख्त ताज आज का।ऐश ओ विलास है।।
January 7, 2022
ग़ज़ल -घटा मुझ को यही बतला रही है घटा मुझ को यही बतला रही है।मुसीबत हर तरफ़ से आ रही
January 6, 2022
अक़्ल और इमान खतरे में है अक़्ल और इमान खतरे में है अब मुर्दे की जान खतरे में है।आप जीते
December 23, 2021
गज़ल दिल हम पर तुम्हारा अगर आया नहीं है तो नजर मिलते ही यूं तुम्हारा ठिठक जाना क्यों है? तीर-ए-इश्क
December 12, 2021
मजबूर रहा कर महफ़ूज़ हूँ मैं मुझसे दूर रहा करहाँ औरों के लिए फ़ितूर रहा कर । इदारेइश्क़ में इन्वेस्टमेंट
November 7, 2021
ग़ज़ल जब भी ग़ज़ल साया हमारी होगी। अदीबों में गिनती भी हमारी होगी। मुल्क में बेरोजगारी की यूँ तादाद ।