तुम और मैं | Tum aur main
तुम और मैं तुम घुमाते बल्ला क्रिकेट के,मैं घुमाती कंघी बालों में तुम बात करते किताबों से, मैं बनाती बातें …
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ग़ज़ल हर वादे पर आशा किया ना करो पराधीन होकर जिया ना करो लगी है
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Ishq me ankho se ashq ka behna jaruri
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Ishq me ankho se ashq ka behna jaruri यह गीत ,कवि C. P. गौतम द्वारा रचित है , कवि C.

