साथियों हमारी मेवाती भाषा में मेने चार लाइनें जोड़ने की कोशिश की है उम्मीद करता हु आपको पसंद आएंगी हौसलाफ़जई के लिए प्लीज लाईक और कॉमेंट करे
kavita corona me pas by mosam khan
साथियों हमारी मेवाती भाषा में मेने चार लाइनें जोड़ने की कोशिश की है उम्मीद करता हु आपको पसंद आएंगी हौसलाफ़जई …
शीर्षक
Related Posts
Samvedna viheen hm dr hare krishna mishra
June 27, 2021
संवेदना विहीन हम संवेदना विहीन हम बांट पाय दर्द कौन। अनाथ तो बना गया, प्रकृति भी मौन क्यों ? दर्द
Hamare Sanskar by sudhir srivastav
June 27, 2021
हमारे संस्कार माना कि आधुनिकता का मुलम्मा हम पर चढ़ गया है, हमनें सम्मान करना जैसे भुला सा दिया है।
kavita Surma by kamal siwani
June 27, 2021
शूरमा जीवन मग में चलना तो , बस सदा अकेले पड़ता । शूरमा जो होता वह रण में , निपट
एक रूपया-सिद्धार्थ पाण्डेय
June 27, 2021
एक रूपया एक रुपया में खुश हो जाने वाले ,दिन की बात निराली थी। जेबें तो लिबाज़ में अनेकों थीं,पर
Sukh dukh ki kahani by siddharth pandey
June 27, 2021
सुख दुःख की कहानी आँखों में उसने तराशी हैं खुशियां , न ढूँढ़ पाना तो अपनी नाकामी। ख़ुशी उसने बख्शी
Jindagi bhar by siddharth bhar
June 27, 2021
जिंदगी भर जमाने ने दी है तोहमत की दौलत ,इसको समेटे रहो जिंदगी भर। सफाई जो कर दोगे जेहन का
