गीत – सावन बरसे सखी
बरसे रे सखी रिमझिम पनिया
चमकै रे सखी मेघ में बिजुरिया।
छमकत रे सखी गांव के गौरिया
आयल रे सखी सावन महिनमा
सावन महिनमा में बरसे बदरिया –
भीगल रे सखी सुन्दर बदनमा -2
सिसक -सिसक के टपकत पनिया
सिसकत रे सखी कोई जोगनिया
सावन महिनमा में हुलसै किसनमा –2
रोपल रे सखी हंसि -हंसि
धनमा
रोपल रे सखी झूमी -झूमी
धनमा
आयल रे सखी सावन महिनमा
-डॉ इंदु कुमारी





