Follow us:
Register
🖋️ Lekh ✒️ Poem 📖 Stories 📘 Laghukatha 💬 Quotes 🗒️ Book Review ✈️ Travel

kanchan chauhan, poem

जीवन को सफल बनाना है | jeevan ko safal banana hai

जीवन को सफल बनाना है निंदा, चुगली का ज़हर,ना जीवन में घोलो,यही तो है रिश्तों में दीमक,इन से बस तौबा …


जीवन को सफल बनाना है

जीवन को सफल बनाना है | jeevan ko safal banana hai

निंदा, चुगली का ज़हर,ना जीवन में घोलो,
यही तो है रिश्तों में दीमक,
इन से बस तौबा तुम कर लो।
खुशियों को जीवन में भर लो।
जीओ और जीने दो को अपनाकर ,
जीवन को सुगम बनाना है,
अपनी सोच को उन्नत करके,
जीवन को सफल बनाना है।

पहले कर्तव्यों को पूरा करके,
फिर अधिकार जताना है।
कितनी मुश्किलों को किया है पैदा,
इक दूजे का जीवन दुश्वार किया ,
व्यर्थ ही समय गंवाया अपना,
निज ऊर्जा को बर्बाद किया।
व्यर्थ की बातों से तौबा कर के,
सत्करमों में अब अपनी ऊर्जा को लगाना है।
सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर,
जीवन को सफल बनाना है।

कंचन चौहान


Related Posts

Kavita : चीन का हर माल ख़तरनाक

October 19, 2023

चीन का हर माल ख़तरनाक मैंने निजात पाया हैहर उस चीज़ पर शिवाय उसकेजो कमबख़्त चीन की डायनामाइट छछूंदर हैकितनी

शैलपुत्री

October 16, 2023

शैलपुत्री पर्वतराज हिमालय के, घर बेटी एक आई। दाएं हाथ में त्रिशूल,बाएं हाथ में कमल लाई। वृषभ है वाहन इसका,इसलिए

आया है नवरात्रि का त्योहार

October 16, 2023

आया है नवरात्रि का त्योहार आया है नवरात्रि का त्योहार।नवरात्रि में माँ का सजेगा दरबार।गली-गली गूँजेंगे भजन कीर्तन,माँ अंबे की

कविता – अश्रु | kavita – Ashru

October 14, 2023

कविता – अश्रु ये आसू नही मेरा क्रोध है,क्यू तुम्हे नही ये बोध है,कमजोर मत समझो तुम मुझे,यह तुम पर

कविता -अभिव्यक्ति का अंतस्

October 14, 2023

अभिव्यक्ति का अंतस् आहूत हो रही हैभाव की अंगडा़ईमन की खामोश और गुमसुम परछाई मेंकि कहीं कोई चेहरा… चेहरे की

मां है घर आई

October 14, 2023

मां है घर आई मां है घर आई चहुं दिग खुशियां छाईं झूम उठा है कण-कण माटी का हर चेहरे

PreviousNext

2 thoughts on “जीवन को सफल बनाना है | jeevan ko safal banana hai”

Leave a Comment