Follow us:
Register
🖋️ Lekh ✒️ Poem 📖 Stories 📘 Laghukatha 💬 Quotes 🗒️ Book Review ✈️ Travel

poem, Prem Thakker

हिंदी दिवस | Hindi divas par kavita

हिंदी दिवस | Hindi divas par kavita  सुनो दिकु…… तुम्हें हिंदी भाषा बहुत पसंद है नाआज उसी का दिवस है …


हिंदी दिवस | Hindi divas par kavita 

हिंदी दिवस | Hindi divas par kavita
सुनो दिकु……

तुम्हें हिंदी भाषा बहुत पसंद है ना
आज उसी का दिवस है

हर्ष और उल्लास के साथ मनाना
आज न मानना किसी का भी बहाना

में जानता हूं पूरे परिवार की तुम्हें फ़िक्र रहती है
पर आज के दिन अपने मन को करना तुम सयाना

मेरी नज़र में हिंदी दिवस यानी तुम्हारा दिवस
जो आज पूरा तुम्हें अपने आप को ही देना है
मन से एकदम प्रफुल्लित होकर
आज के दिन का आनंद तुम्हें लेना है

एक दिन तो छोड़ दो कामों से खुद को सताना
आज का दिन हर्ष और उल्लास के साथ मनाना

#DikuPrem

About author

प्रेम ठक्कर | prem thakker

प्रेम ठक्कर
सूरत ,गुजरात
ऐमेज़ॉन में मैनेजर के पद पर कार्यरत


Related Posts

Chor chhipa baitha hai man me by dr hare krishna mishra

June 27, 2021

 चोर छिपा बैठा है मन में चोर छिपा बैठा है मन में मैं ढूंढ रहा हूं दूसरे तन में, कैसी

Samvedna viheen hm dr hare krishna mishra

June 27, 2021

 संवेदना विहीन हम   संवेदना विहीन हम  बांट पाय दर्द कौन। अनाथ तो बना गया, प्रकृति भी मौन क्यों ? दर्द

Hamare Sanskar by sudhir srivastav

June 27, 2021

 हमारे संस्कार माना कि आधुनिकता का मुलम्मा हम पर चढ़ गया है, हमनें सम्मान करना जैसे भुला सा दिया है।

kavita Surma by kamal siwani

June 27, 2021

 शूरमा जीवन मग में  चलना तो , बस सदा अकेले पड़ता । शूरमा जो होता वह रण में , निपट

एक रूपया-सिद्धार्थ पाण्डेय

June 27, 2021

एक रूपया एक रुपया में खुश हो जाने वाले ,दिन की बात निराली थी। जेबें तो लिबाज़ में अनेकों थीं,पर

Sukh dukh ki kahani by siddharth pandey

June 27, 2021

 सुख दुःख की कहानी आँखों में उसने तराशी हैं खुशियां , न ढूँढ़ पाना तो अपनी नाकामी। ख़ुशी उसने बख्शी

Leave a Comment