मां आज भी याद है
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| मईनुदीन कोहरी”नाचीज बीकानेरी” |
प्यार -फटकार
अम्मी का लाड-प्यार
पापा की डाट-फटकार
आज भी याद आती है –
दादा-दादी का अपार स्नेह
नाना-नानी की दूध-मलाई
वो लम्हे आज भी याद है —
अम्मी ठीक कहती थी
मेरे लाड़ली-लाडलों पढ़-लिखलो
वो घड़ी आज भी याद् है —
बड़ों की सीख़
बुजुर्गों की सलाह
आज भी राह दिखाती है —-
प्यार और फटकार ही
मां मेरी जिंदगी का राज है
मुझे आज भी माँ मंजिल दिखाती है – –
मैं आज जो कुछ भी हूँ
प्यार-फटकार मां के आशीर्वाद से हूँ
ये सब आज भी रह-रह माँ याद आती है
नाचीज़ बीकानेरी





