कामना
फूलों के शहर हो
प्रेम मय डगर हो
स्वच्छ नगर हो
खुशियों के घर में
एकता माहौल हो
समता के गीत से
खुशनुमा संगीत हो
भाईचारा व्याप्त हो
पवित्रता की कसौटी
पे जनता के संदेश में
कोई कसक न शेष हो
खुशबू भरे फिजाओं में
टशन भरी न इश्क हो
हँसी होंठों की शोभा
प्यार की पैमाइश हो
और न गुंजाइश हो ।





