गुमशुदा जरा लिख तहरीर मेरी
गुमशुदा जरा लिख तहरीर मेरी ऐ थाना – ए – गुमशुदा जरा लिख तहरीर मेरीखो गया हैं सुकून और अच्छी वाली तक़दीर मेरी स्याह रातों में मैं होता हूं खुद के हवालेबेजान से शबिस्तान में हर चाह टाले ख्वाब बिखरे हैं रातों में क़त्ल होकरअरे यही तो थे बस जागीर मेरीऐ थाना – ए – … Read more