तितली है खामोश पुरातन और आधुनिक समन्वय का सार्थक दोहा संकलन
तितली है खामोश पुरातन और आधुनिक समन्वय का सार्थक दोहा संकलन सत्यवान सौरभ स्वांत सुखाय की भावना से ही पिछले सोलह वर्षों से रचना करते रहे हैं। वे इतने संयमी रहे कि अपनी अभिव्यक्ति को पाठकों के सामने लाने की या छपास होने की लालसा से दूर रहें। सृजन में शोर नहीं होता। साधना के … Read more