अनुराधा : कैसे दिन बीतें, कैसे बीती रतियां, पिया जाने न हाय…
सुपरहिट अनुराधा : कैसे दिन बीतें, कैसे बीती रतियां, पिया जाने न हाय… फ्रेंच साहित्य में यथार्थवाद के प्रणेता माने जाने वाले गुस्ताव फ्लुबर्ट (1821-1880) का 1956 में एक उपन्यास प्रकाशित हुआ था, ‘मैडम बोवरी’। यह उपन्यास मूल फ्रेंच में लिखा गया था और कम से कम 19 बार अंग्रेजी में अनुवादित किया गया था। … Read more