मानवीय संवेदनाओं से परिपूर्ण है काव्य संग्रह- जीजिविषा ।

मानवीय संवेदनाओं से परिपूर्ण है काव्य संग्रह- जीजिविषा

मानवीय संवेदनाओं से परिपूर्ण है काव्य संग्रह- जीजिविषा । काव्य संग्रह का नाम- जिजीविषा रचनाकार का नाम- मोनिका प्रकाशक- बीएफसी पब्लिकेशन गोमती नगर लखनऊ । पुस्तक की कीमत- 270 रूपए। पुस्तक समीक्षक-आशीष तिवारी निर्मल रीवा मध्य प्रदेश। देश की वरेण्य कवयित्री लखनऊ निवासी मोनिका जी की काव्य संग्रह जीजिविषा पढ़ने को मिली । इस काव्य … Read more

हे नववर्ष!-आशीष तिवारी निर्मल

हे नववर्ष! तुम भी दगा न करना आओ हे नववर्ष!तुम हमसे कोई दग़ा न करना बीते जैसे साल पुराने वैसी कोई ख़ता न करना। पहले के ज़ख्म़ों से ही चाक शहर का सीना हैनये साल में दर्द मिलें किसी को ख़ुदा न करना। मेरी इल्तज़ा तुझसे बस इतनी है हे नववर्षअपनों को यूँ अपनो से … Read more

कैसे कोई गीत सुनाये-आशीष तिवारी निर्मल

कैसे कोई गीत सुनाये कितने साथी छूट गएसब रिश्ते नाते टूट गएपल-पल मरती आशाएंजब अपने ही लगें परायेकैसे कोई गीत सुनाये ? बचपन बीता अठखेली में यौवन बीता रंगरेली मेंभूले सब वह जो करना थाखोये रहे एक पहेली मेंसमय चक्र आगे निकलासंग आने की टेर लगायेकैसे कोई गीत सुनाये ? नित नई आती बाधा मेंसफर … Read more