शिक्षा की नींव ज्योतिबा फूले

शिक्षा की नींव ज्योतिबा फूले सन् 1827 को वो एक शिक्षा का मसीहा आया था।ज्योतिबा था नाम आपका,भार्या सावित्री को जो भाया था। बदतर हालातों में किये सामाजिक सुधार आपने, देख आपकी लगन काम की बहुजन अति हर्षाया था। पीड़ितों के बदले ढंग मुसीबतों ने करना चाहा भंगशिक्षा से वंचित नारी को आपने शिक्षित बनाया … Read more

काव्य संग्रह – मोम की मानिंद पुस्तक समीक्षा

काव्य संग्रह - मोम की मानिंद पुस्तक समीक्षा

काव्य संग्रह – मोम की मानिंद पुस्तक समीक्षा काव्य संग्रह – मोम की मानिंद लेखिका – एन. प्रीति बौद्ध पुस्तक मूल्य – 135/- रूपये प्रकाशन – देवसाक्षी पब्लिकेशन रावतसर, हनुमानगढ़ (राजस्थान) समीक्षक – अरविन्द कालमा राजस्थान के देवसाक्षी पब्लिकेशन से प्रकाशित दोस्त एन. प्रीति बौद्ध का प्रथम काव्य संग्रह ‘मोम की मानिंद’ संघर्ष, शिक्षा, क्रांति … Read more

फ़िल्म समीक्षा ‘जय भीम’- अरविन्द कालमा

फ़िल्म समीक्षा :- आदिवासी क्रांति का बेबाक स्वर तमिल फिल्म ‘जय भीम’ तमिल फ़िल्म इंडस्ट्रीज की हाल ही में रिलीज हुई मूवी ‘जय भीम’।नाम से लोग सोचते होंगे ये सिर्फ पब्लिसिटी के लिए बनाई गयी एक एंटरटेंमेंट मूवी है पर असल में इस मूवी को देखने के बाद ही दृष्टिकोण में बदलाव आ सकता है।यूँ … Read more

Naari gulami ka ek prateek ghunghat pratha by arvind kalma

नारी गुलामी का एक प्रतीक घूंघट प्रथा भारत में मुगलों के जमाने से घूँघट प्रथा का प्रदर्शन ज्यादा बढ़ा क्योंकि मुस्लिम शासक महिलाओं को देखकर उन्हें उठा ले जाते थे,धीरे-धीरे ये प्रथाएं बन गई। भारत के अधिकांश ग्रामीण अंचलों में घूंघट प्रथा का प्रचलन आज भी जोरों शोरों से चल रहा है। पुरुष वर्ग भी … Read more