सरदार भगतसिंह के शहीदी दिवस पर विशेष
शहीद आज भी ज़िंदा हैं
वतन परस्त परवाने आज भी ज़िंदा हैं ।।
धन्य है शहीदों को जन्म देने वाली माँ ।
बेटों की कुर्बानी से वो माँ आज भी ज़िंदा हैं
किसी जालिम के जुर्म के आगे झुके नहीं ।
वो जाँबाज यातना झेल आज भी ज़िंदा हैं।!
फाँसी के फंदे को हंसते-हंसतेशहीदों ने चूमा ।
वतन पर मर मिटने वाले आज भी ज़िंदा हैं ।।
इतिहास गवाह है शहादत की कहानियों से ।
सभी गुमनाम शहीद आज भी ज़िंदा हैं ।।
शहीदों की शहादत को हम भुला सकते नही ।
उन शहीदों की शहादत आज भी ज़िंदा हैं ।।
आओ नमन करे हम उन अनाम शहीदों को ।
“नाचीज़”शहीदों की कुर्बानी आज भी ज़िंदा हैं।।





