विश्व रक्तदाता दिवस 2023
रक्त ना हो अग़र तन में भला कैसे जिए कोई,है अचरज क्या रक्तवीरों को ईश्वर जो कहे कोई !
लहू इनका ही पाकर के ज़िंदा इंसानियत अब तक,
आइए आगे पाकर रक्त आपका भी जिए कोई !!
चरम सीमा वात्सल्य की है जो करते रक्त का दान हैं
तन से ज्यादा जिनको प्यारी लगती दूजों की जान है,
अनजाने चेहरों की खातिर बूंद बूंद जो लुटा देते,
निस्वार्थ जो सेवा करते मानवता की सच्ची शान हैं !!
अनजानों की खातिर जो रक्त का दान करते हैं,
लहू ऱगों में बहता है, धड़कन बनके धड़कते हैं,
जीते हैं जब तक प्राणी वो उनका उपकार निभाते हैं,
ऐसे फरिश्तों का हम सब शत् शत् अभिवंदन करते हैं!!
About author
Veerendra Jain, Nagpur |
Veerendra Jain, Nagpur
Instagram id : v_jain13
Instagram id : v_jain13
Comments
Post a Comment
boltizindagi@gmail.com