क्योंकि ज़लनखोरों को मिर्ची लग रही है
March 04, 2023 ・0 comments ・Topic: kishan bhavnani vyang
भावनानी के व्यंग्यात्मक भाव
क्योंकि ज़लनखोरों को मिर्ची लग रही है
मेरी कामयाबी से चारों और खुशी मच रही है
मेरे ऊपर सरस्वती के ज्ञान की बारिश हो रही है
इसीलिए प्रतिद्वंदियोंद्वारा खिचड़ी पकाई जारही है
क्योंकि ज़लनखोरों को मिर्ची लग रही है
राजनीति की सफलताओं पर बांछें खिल रही है
एक के बाद एक सब चुनाव जीत रहे हैं
आरोपों-प्रत्यारोपों की झड़ी लग रही है
क्योंकि ज़लनखोरों को मिर्ची लग रही है
व्यापारिक क्षेत्र में नंबरवन की स्थिति रही है
तरक्की जोरदार ढंग से हो रही है
टांग खींचने की होड़ लग रही है
क्योंकि ज़लनखोरों को मिर्ची लग रही है
सर्विस सेक्टर में सफ़लता के झंडे गाड़ रहे हैं
नए-नए इनोवेशन कर रहे हैं
लोग नुक्ताचीनी निकालकर हतोत्साहित कर रहे हैं
क्योंकि ज़लनखोरों को मिर्ची लग रही है
परिवार में जबरदस्त एकताहै सफ़लता पा रहे हैं
सब मिलकर कार्य को अंजाम दे रहे हैं
पटखनी देकर लोग हमारा परिवार तोड़ रहे हैं
क्योंकि ज़लनखोरों को मिर्ची लग रही है
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