नए साल में नई शुरुआत!
January 06, 2023 ・0 comments ・Topic: Dr_Madhvi_Borse poem
नए साल में नई शुरुआत!
नया-नया सा साल, नई नई सी बातें,नया नया सब कुछ है, नई नई सौगातें,
नए-नए से दिन लगते है, नई नई सी रातें,
नई शुरुआत कैसे करेंगे, है स्वयं को समझाते!
नया है सब कुछ, नया है हर दिन,
नया है अब हर पल,
नया सा लगता, नींद से जगता,
नया सा लगता, नींद से जगता,
पुष्प महकता, खुशी से चमकता,
आने वाला है कल,
निकले अतीत से, क्यों व्यतीत है,
निकले अतीत से, क्यों व्यतीत है,
नया भविष्य हो उज्जवल,
नया सवेरा, नई धूप है,
नया सवेरा, नई धूप है,
नई नई सी हलचल!
नए नए कपड़े, नया नया आहार,
नए नए कपड़े, नया नया आहार,
हर दिन हो खुशियों का त्योहार,
ना कोई झगड़े, ना कोई बिछड़े,
ना कोई झगड़े, ना कोई बिछड़े,
त्याग दे सारे लोभ, अहंकार,
नया सा प्रेम, नया सा आदर्श,
नया सा प्रेम, नया सा आदर्श,
चलो बनाए स्वयं को होनहार,
खुद की कमजोरियों पर करें प्रहार,
शुद्ध करें स्वयं के आचार विचार!
नया-नया सा साल, नई नई सी बातें,
नया नया सब कुछ है, नई नई सौगातें,
नए-नए से दिन लगते है, नई नई सी रातें,
नई शुरुआत कैसे करेंगे, है स्वयं को समझाते!
खुद की कमजोरियों पर करें प्रहार,
शुद्ध करें स्वयं के आचार विचार!
नया-नया सा साल, नई नई सी बातें,
नया नया सब कुछ है, नई नई सौगातें,
नए-नए से दिन लगते है, नई नई सी रातें,
नई शुरुआत कैसे करेंगे, है स्वयं को समझाते!
About author
डॉ. माध्वी बोरसेराजस्थान
लेखिका
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