आओ नया साल मनाए
नए साल में नया कुछ न कुछ कर दिखाए।
आओ हम सब मिलकर नया साल मनाए ।बिखरे सपनो के मोती से फिर माला बनाए ।
निराशा को भगाए ,आओ कुछ कर दिखाए।
हर मायूस चेहरे पर मुस्कुराहट बिखराए
आओ नया साल मनाए........
स्वयं के अंदर खोया आत्म विश्वास जगाए ।
आत्म निर्भर भारत की पहचान बनाए
तकनीकी में आगे कदम बढाए ।
आओ नया साल मनाए .......
राग द्वेष ईर्षा सभी भूल ,
सृजन करे अच्छी बातो का
आपस में समन्वय बिठाए ,
छूट गए जो संघी साथी
सभी को साथ ले आए
अभी भी मास्क पहने हम सभी
सामाजिक दूरी अपनाए ।
वैक्सीन सभी को लगवाए
आओ नया साल मनाए ।
अंत करे नकारात्मक विचारों का
नए सुविचार अपने अंदर लाए
तैयार रहे हर किसी की मदद के लिए
हमें जरूरतमंद के लिए हाथ बढ़ाए
आओ नया साल मनाए ।
नए साल में नया कुछ न कुछ कर दिखाए।
आओ हम सब मिलकर नया साल मनाए।
बिखरे सपनो के मोती से फिर माला बनाए।
About author
पवन कुमार शर्मा
कवि कौटिल्य
राजस्थान
कवि कौटिल्य
राजस्थान
Comments
Post a Comment
boltizindagi@gmail.com