रक्षाबंधन विशेष
August 10, 2022 ・0 comments ・Topic: poem Tamanna_Matlani
नन्हीं कड़ी में....
आज की बात
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन है एक,अटूट निराला बंधन।
रेशम की पवित्र डोर से,
बना यह रक्षा का बंधन।।
सब बंधनों से न्यारा,
है यह इतना प्यारा।
इस बंधन से झर-झर करती,
प्रेम की निर्मल धारा।।
रिश्तों की मर्यादा,
यही बंधन है समझाता।
जुड़ा रहे इससे ही,
भाई-बहन का नाता।।
भाई-बहन के बीच,
कभी विरह न आ पाए।
हर भाई इस बंधन के लिए
मृत्यु से भी टकरा जाए।।
इतिहास भी है गवाह,
रक्षाबंधन के महत्व का।
राजा हो या रंक सभी ने,
मान बढ़ाया इस बंधन का।।
भाई हो जाते गर्वित,
जब राखी कलाई पर बंधे।
बहनें भी दिखतीं हर्षित,
जब प्रेम और विश्वास छलके।।
एक दूजे के सम्मान के लिए,
हर पल रहते तैयार।
बाँधकर इस रक्षा-कवच को
निभाते दिलों का प्यार।।
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