पापा हमारे लिए हैं भगवान
يوليو 31, 2022 ・0 comments ・Topic: Dr. Alpa. H. Amin poem
पापा हमारे लिए हैं भगवान |papa hamare liye bhagwan hai
हमारे पापा हमारे लिए हैं भगवान
उनकी पनाह में रहना जैसे हैं वरदान..!!
कैसे लिखें हम कविता नहीं कोई कलम
जो अलंकृत करे अल्फ़ाज़ उनके समान..!
हैं ऐसा फ़रिश्ता,जिसका व्यक्तित्व ही
हैं उनकी पहचान जो बढाएं उनका सम्मान
हमारे पापा हमारे लिए हैं भगवान....!!
उनके आशीर्वाद से ही तो
चमके हैं तकदीर रहे औलाद आयुष्यमान...!
पालन पोषण कर परिवार को,
दे त्यौहारों की खुशियाँ अति मूल्यवान....!
हमारे पापा हमारे लिए हैं भगवान...!!
खुद हार हमें विजेता बनाता
संकटो के ज़हरीले वार से हमें बचाता
हमारी हर खामोशी को समझकर
बिना मांगे हर चाहत का भरता दामन
वो हैं हरा-भरा महकता आकर्षित उपवन...!
हमारे पापा हमारे लिए है भगवान...!!
है हभारा सखा जो देता प्रेरणा रुपी मार्गदर्शन
सिंचे संस्कार ऐसे, हम बने नेक इन्सान
हमारे जीवन के वो हैं भूत भविष्य वर्तमान....!
हमारे पापा हमारे लिए हैं भगवान...
उनकी पनाह में रहना जैसे हैं वरदान..!!
Dr.Alpa H Amin
Ahmedabad
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