श्रीराम-सिद्धार्थ गोरखपुरी
April 18, 2022 ・0 comments ・Topic: poem Siddharth_Gorakhpuri
श्रीराम
चैत्र शुक्ल नवमी तिथि परश्रीराम धरा पर आए थे
अवधपुरी में इस तिथि पर
खुशियों के बादल छाए थे
पुरुषो में पुरुषोत्तम हैं प्रभु
मर्यादा को मर्यादित करते
त्याग की साक्षात् प्रतिमूर्ति
जन-जन को आह्लादित करते
श्रीराम प्रभु अपने विचार से
हर एक के दिल में समाए थे
चैत्र शुक्ल नवमी तिथि पर
श्रीराम धरा पर आए थे
दुस्टों का जब संहार किया
फिर पृथ्वी का उद्धार किया
ऋषि मुनियों के विकल हृदय को
शांति का उपहार दिया
अनगिनत राक्षसों को प्रभु ने
मृत्यु के दर पे पठाए थे
चैत्र शुक्ल नवमी तिथि पर
श्रीराम धरा पर आए थे
राज - पाट का मोह न था
अंतस में तनिक भी क्रोध न था
वो श्रीराम को समझ पाए ही नहीं
जिन्हे श्रीराम सामर्थ्य का बोध न था
श्रीराम ही हैं जो इस धरती पर
खुशियाँ ही खुशियाँ लाए थे
चैत्र शुक्ल नवमी तिथि पर
श्रीराम धरा पर आए थे
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