गुरु गोविंद पुकारा है - डॉ इंदु कुमारी
January 13, 2022 ・0 comments ・Topic: Dr-indu-kumari poem
गुरु गोविंद पुकारा है
तेग बहादुर सिंह ने अपने
बेटे को बलिदान दिया झुका नहीं दुश्मन के आगे
मौत को भी स्वीकार किया
क्या घर था क्या बना तुम्हारा
इसकी ओर जरा देखो
अपने खून से रंगो तिरंगा
गुरु गोविंद पुकारा है
भेदभाव क्यों डाल रहे हो
हिन्दुस्तान तुम्हारा है
मिल जुलकर रहना प्यारे
जरूरत पड़ी कमान संभालो
एकता को जो भंग करना चाहे
सर कलम करना नहीं गवारा है
समरसता की गंगा बहाओ
गुरू गोविंद ने स्वीकारा है
भेदभाव क्यों डाल रहे हो
हिन्दुस्तान तुम्हारा है।
Post a Comment
boltizindagi@gmail.com
If you can't commemt, try using Chrome instead.