दिल में जो है छुपी, बात हो जाने दो
January 16, 2022 ・0 comments ・Topic: poem
दिल में जो है छुपी, बात हो जाने दो
दिल में जो है छुपी, बात हो जाने दो,दिन ढले तो सही, रात हो जाने दो,
फ़िर उठेंगी ये पलके, झुकी हैं अभी,
गोद में रख के सर,हमको सो जाने दो.
आंखें सब बोल दे, लब कहे ना कहें,
सांसे मिल के दिलो में, धड़कती रहें,
इश्क़ को तुम, निगाहों से हो जाने दो.
दिल में जो हैं छुपी, बात हो जाने दो,
दिन ढले तो सही, रात हो जाने दो,
रूह से जा मिले, मेरी बेचैनिया,
हद से बढ़ने लगे, तेरी बेतबिया,
दूरियों को थोड़ी, दूर हो जाने दो.
दिल में जो हैं छुपी, बात हो जाने दो ,
दिन ढले तो सही, रात हो जाने दो.
साथ बीते तेरे, मेरी सारी उमर,
तेरी चाहत बनू, हर घड़ी, हर पहर,
जिंगदी को यूहीं ,तुम गुज़र जाने दो.
दिल में जो हैं छुपी, बात हो जाने दो ,
दिन ढले तो सही, रात हो जाने दो.
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