गन्दा खेल
वोट तन्त्र में जनता के
विचारों की रेलकुछ को पहुंचाती है
राजगद्दी पर
और कुछ को पहुंचा
देती है सीधा जेल,
इसीलिए तो...
उसकी दशा-दिशा बनाने
बिगाड़ने में लगे रहते हैं
रात-दिन चौबीस घंटा
राजनीतिक दलों के मीडिया,
'सोशल मीडिया सेल'
बड़े-बड़े कारपोरेट घरानों
के साथ मिलीभगत से चलता है
विरोध और समर्थन का
उनका यह गन्दा खेल
बार-बार हजार बार झूठ को
जनता के आगे पेल-पेल
यह शातिर
हो जाते हैं कामयाब
लोगों की अपने ढंग से
सोचने विचारने की शक्ति को
करने में फेल।
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