Aajkal ke vidwan by Jitendra Kabir
आजकल के विद्वान
इतिहास के नाम पर जिन लोगों ने पढ़ी
किसी विशेष धर्म और विचारधारा की
केवल 'प्रचार सामग्री' ही,
व्याख्यान उनके ऐतिहासिक ज्ञान पर
सब जगह चर्चा में आते हैं
इतिहास को निष्पक्ष दृष्टि से देखने वाले
विद्वान आजकल कहां पूछे जाते हैं।
समाचारों के नाम जिन लोगों ने देखी-सुनी
भड़काऊ, भ्रामक और पैसों के लिए
बिक चुकी 'पेड न्यूज' ही,
वो लोग ही समसामयिक ज्ञान के
ब्राण्ड एंबेसडर कहलाते हैं
समाचारों को निष्पक्षता से प्रस्तुत करने वाले
पत्रकार आजकल कहां देखे जाते हैं।
रिसर्च के नाम पर जिन लोगों ने खोजे
सोशल मीडिया पर किसी खास विचारधारा को
समर्थन करते 'प्रोपेगंडा वीडियो' ही,
कट्टर धर्मांध होने में वो लोग सबसे
पहले नंबर पर आते हैं
इंटरनेट की सच्ची-झूठी बातों पर यकीन करने
से पहले लोग आजकल अपना दिमाग
कहां लगाते हैं।