avsaad se kaise bahar aaye ?|अवसाद से बाहर कैसे निकले?
अवसाद आज के समय की एक गंभीर समस्या है, जिससे निकलना बहुत जरूरी है, आज के समय मे मानव प्रकृति से दूर होने के साथ-साथ खुद से भी दूर होते जा रहा है, और खुद को अकेला करता जा रहा है जिसके परिणाम मे उसे अवसाद जैसी गंभीर और भयानक समस्या का सामना करना पड़ता है तो आइये आज बात करते है अवसाद जैसी गंभीर समस्या से निकलने के बारे मे क्या उपाय किए जा सकते है ?
अपने आप को अहमियत दें
आज के समय मे हम अपने आप को अहमियत देना भूल गए है,और दूसरों को खुश करने के चक्कर मे कहीं ना कहीं खुद को ही दुखी करते जा रहे है, तो दूसरों से ज्यादा खुद को अहमियत देना सीखिए, अपने आप के लिए कुछ करिए, वो करिए जो आपको अच्छा लगता है दूसरों के लिए जीना छोड़े खुद के लिए जिए |
खुद से बात करिए, खुद को समझिए |
व्यायाम करें
अपनी व्यस्त जिंदगी से कुछ समय निकाल के खुद के अपने शरीर पर ध्यान दें | मानसिक शांति के लिए व्यायाम बहुत जरूरी है 30 min ही सही लेकिन प्रतिदिन अपने शरीर के लिए कुछ करें , क्योंकि स्वस्थ शरीर मे ही स्वस्थ मस्तिष्क का निर्माण होता है |
Friends और family के साथ समय व्यतीत करें
हम लोग आज अपनी व्यस्त जिंदगी में रिश्तों को अहमियत देना भूल गए है इसलिए कुछ समय अपने रिश्तों के लिए निकालें, अपने ऐसे friends से बात करें जिससे आपको बात कर के अच्छा महसूस हो सकता है, अपनी परेशानियों को शेयर करें, क्योंकि दुख बांटने से हल्का होता है, और ये तरीका जरूर काम करेगा |
किसी नयी जगह पर घूमने जाए
घूमना भी मानसिक शांति के लिए बहुत जरूरी होता है जब हम बहुत दिनों से एक ही परिवेश मे रहते है तो हम नया सीखना बंद कर देते है, और हमारी जिंदगी उबाऊ होने लगती है,
इसलिए समय समय पे कहीं नयी जगह की यात्रा करना एक बहुत अच्छा तरीका है अवसाद से उबरने का, क्योंकि जब हम कहीं नई जगह जाते है नये लोगों से मिलते है तो कुछ नया सीखते है, जिंदगी को समझने का एक नया नजरिया विकसित होता है, जो हमारी जिंदगी में चल रहीं उलझनों से निपटने मे हमारी सहायता करता है |
तो समय निकालिये और अपना बैग पैक करें और निकल जाए एक नयी जगह पर, यकीन मानिये आप बहुत अच्छा महसूस करेंगे |
कुछ लिखे और पढ़े
मानसिक शांति के लिए लिखना पढ़ना एक बहुत अच्छा तरीका है, आप social media पर अपनी problems को शेयर करें आपको तुरंत ही अच्छे अच्छे solutions मिल जाएंगे, और नियमित रूप से रोज कम से कम 30 min कोई अच्छी किताब पढ़े , जिससे आप प्रतिदिन कुछ नया सीखते रहेंगे और आप की उबाऊ जिंदगी रोमांच से भर जाएगी |
ना कहना सीखे
आजकल हम ना कहना भूल गए है हमे लगता है सामने वाले इंसान को बुरा लगेगा इसलिए कभी कभी हम वो काम भी करने को हाँ कर देते है जिसे करने से हमारा दिल हमे रोकता है या वो काम हमारी क्षमता से परे है, जिससे हमे काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और हम लोग अपनी खुशी को भूल जाते है इसलिए ना कहना भी बहुत जरूरी है खुद की खुशी का ख्याल रखना भी आपकी जिम्मेदारी है
भरपूर नींद ले
आज का आधुनिक जीवन बहुत व्यस्त हो गया है इसके कारण कई बार हम अपने समय को बचाने के लिए अपनी नींद से समझौता करने लगते है जो बिल्कुल ही गलत है जिससे हमारे शरीर की शारीरिक और मानसिक थकान खत्म नहीं हो पाती और धीरे-धीरे हम अवसाद के शिकार होने लगते है
इसलिए प्रतिदिन 7-8 घंटे की नींद ले, ये आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है
नकारात्मक लोगों से दूर रहें
हमारे आसपास मे अनेक ऐसे लोग होते है जो नकारात्मकता से भरे होते है, वो आपको पीछे की ओर खींचने की कोशिश करते है उन्हें हर चीज में नकारात्मक पहलु ही दिखता है अगर आपके आसपास भी कोई ऐसा व्यक्ति है तो सावधान हो जाइए, ऐसे लोगों से दूर हो जाए, और हमेशा दूरी बना के रखें, उनका नकारात्मक दृष्टिकोण आपको हताशा से भर सकता है |
संगीत से नाता जोड़े
जहां शब्द फ़ीके हो जाते है वहां संगीत असर कर जाता है |
संगीत मे वो शक्ति है जो आपको किसी भी हालात में सूकून दे सकती है, इसलिए मधुर संगीत सुने और इसे अपने life का हिस्सा बनाएँ , संगीत आपको आपसे रुबरु करवाता है, मानसिक शांति के लिए संगीत एक अच्छा साधन है यकीन मानिए आपको आपके हालात से लड़ने में जीत मिलेगी |संतुलित भोजन ले
आज के व्यस्त समय में हम अपने आहार पे ज्यादा ध्यान नहीं देते है और कुछ भी असंतुलित आहार ले लेते है, जो कि हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए बिलकुल भी ठीक नहीं है .
अनियमित भोजन और कुछ भी खा लेने की आदत आपको अवसाद का शिकार बना सकती है, इसलिए नियमित और संतुलित भोजन ले, यह आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है, और कुछ भी कभी भी खा लेने की आदत को दूर करें, संतुलित आहार अपने मन को खुश रखने के लिए बहुत आवश्यक है |
तुलना करना बंद करें
आज के समय मे जिंदगी बहुत ही तेजी से भाग रही है लोग एक दूसरे से आगे निकलने की प्रतिस्पर्धा मे लगे हुए है और अपनी तुलना अपने ही समाज के अन्य लोगों के साथ करके हतोत्साहित हो रहे है,
आप सबसे अलग हो, यहा पर सभी लोग अलग है सब की क्षमतायें अलग है, तो तुलना करना बंद करे, एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ बंद करें और अपनी जिंदगी के सफर को खूबसूरत बनाएं, ना कि दूसरों से तुलना कर के अपनी जिंदगी को कमतर समझे, ऐसा कर के देखिए आपको मानसिक शांति मिलेंगी |
वर्तमान मे जिएं
हम अक्सर अपनी बीती हुई बातों को सोचते है या भविष्य की योजनाओं मे उलझे रहते हैं, जो हमारी मानसिक स्थिति के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है, जब हम बीती हुई बुरी बातों को सोचते है तो हमे दुख और जब भावी भविष्य के बारे मे सोचते है तो हमे तनाव महसूस होता है किन्तु जब हम वर्तमान मे होते है तो हमारा मन शांत होता है, इसलिए वर्तमान मे रहने की कोशिश करें |
चीजों को छोड़ना सीखें
दुनिया के सभी लोग कुछ ना कुछ पाने की होड़ मे लगे है और एक इंसान सब कुछ पाना चाहता है, परंतु चीजों को छोड़ना भी आना चाहिए, आप आगे तब ही बढ़ पाएंगे जब आप चीजों को छोड़ना सीखेंगे, कभी कभी चीजों को छोड़ देना भी आपको मानसिक शांति दिलाता है है हमेशा सब कुछ पाने से आपको शांति नहीं मिलेगी कभी कभी कुछ चीजों को छोड़ना बहुत जरूरी है, ऐसे चीजों को छोड़े जो आपको पीछे की और खींचती है, जिस चीज की वजह से आप की ज़िन्दगी की शांति चली गयी हो उसको छोड़ना ही बेहतर विकल्प होता है |
अपने दिल की सुनें
इस भागती दौड़ती जिंदगी मे लोगों ने अपने दिल की आवाज को सुनना बंद कर दिया है और अपने आप को एक मशीन की तरह बना लिया है जिससे उन्हें मानसिक अशांति महसूस होने लगी है इसलिए अपने मासूम दिल की आवाज को सुनना बहुत जरूरी है अपने दिल की आवाज को सुनिए और जिंदगी की रफ्तार slow करें, आपको मानसिक शांति महसूस होगी |
मनोचिकित्सक से संपर्क करें
अवसाद से छुटकारा पाने का सबसे आसान और जरूरी उपाय है कि आप मनोचिकित्सक से संपर्क करें. जो आपकी problem को समझेगा और आप की समस्या के जड़ तक पहुंचकर आपको आपकी problem से छुटकारा दिलाएगा |
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