रक्षाबंधन
सालभर के इन्तजार के बाद
आता राखी का त्यौहार है।
रेशम के धागों में सजता
भाई-बहिन का प्यार है।
प्रेम की पवित्रता का सोपान
रक्षाबंधन का त्यौहार है।
विविध रंगों और उमंगो के
सावन की फुहार और झूलो से
खुशियों की मुस्कान से सजता
राखी का त्यौहार है।
बचपन की खट्टी मीठी यादें,
कभी लड़ाई कभी मनुहार ।
सबसे पवित्र रिश्ते का धागा,
है भाई -बहिन का प्यार ।
साल भर के इन्तजार के साथ
रेशम के धागोंसे बढ़ता भाई बहन का प्यार है।।
--अनिता शर्मा झाँसी
__मौलिक रचना
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