समानता की तस्वीर
एक नज़र...
किसी दम्पत्ति की
इकलौते बेटे के साथ तस्वीर पर,
फिर एक नजर
किसी दूसरे दम्पत्ती की
इकलौती बेटी के साथ तस्वीर पर,
पहली तस्वीर के प्रति भाग्यवान
और दूसरी तस्वीर के प्रति बेचारेपन का भाव
अगर आता है मन में,
तो स्त्री-पुरुष समानता हमारे लिए
सिर्फ बोलने की बात है।
एक नजर...
किसी पुरुष की
'बेयर चेस्टेड बाॅडी' की तस्वीर पर,
फिर एक नजर
किसी स्त्री की
'क्लीवेज' दिखाती हुई तस्वीर पर,
पहली तस्वीर के प्रति प्रशंसा
और दूसरी तस्वीर के प्रति निंदा का भाव
अगर आता है मन में
तो स्त्री-पुरुष समानता हमारे लिए
सिर्फ बोलने की बात है।
एक नज़र...
किसी पुरुष की
सिगरेट पीते हुए तस्वीर पर,
फिर एक नजर
किसी स्त्री की
सिगरेट पीते हुए तस्वीर पर,
पहली तस्वीर के प्रति स्वीकार्यता
और दूसरी तस्वीर के प्रति बदचलनी का भाव
अगर आता है मन में
तो स्त्री-पुरुष समानता हमारे लिए
सिर्फ बोलने की बात है।
जितेन्द्र 'कबीर'
यह कविता सर्वथा मौलिक अप्रकाशित एवं स्वरचित है।
साहित्यिक नाम - जितेन्द्र 'कबीर'
संप्रति - अध्यापक
पता- जितेन्द्र कुमार गांव नगोड़ी डाक घर साच तहसील व जिला चम्बा हिमाचल प्रदेश
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