kavita Roti mosam khan alwar rajasthan

  कविता -रोटी                                            कोई भागता जग में शोहरत को कोई भागता जग में रोटी को,, मंज़िल अलग अलग दोनों की, लेकिन जोर लगते ऐड़ी चोटी को ।। मै सब की भूख मिटा देती हु,, मेरी औकात का … Read more

kavita – Gyani abhimani mosam khan alwar

      अज्ञानी अभिमानी सबसे  अच्छा है तू इंसान , सबसे ज्यादा  है तेरा सम्मान,, पल भर की ये तेरी जिंदगी,  अज्ञानी  कितना है अभिमान।।  तू संस्कार से संस्कारित है  मानवता को लिए  धारित है,  सबकुछ मांगा है जिंदगी का   फिर अज्ञानी कियू हर्षित है।।       तुझको जीवन दिया है रब ने, … Read more

Kavita – Maa -pawan kumar yadav

 कविता – मॉं  धन्य है ! मॉं  धन्य मॉं की ममता ।  नौ मास मुझको,  रखा गर्भ के भीतर ।  जन्म दिया उपकार मुझपर किया,  तेरा ऋण न जाय चुकाया।  बिना स्वार्थ पाला मुझको,  गुरू बन दी पहली शिक्षा मुझको । अचरा से बांध मुझको,  दुःख की छाया से रखा दूर मुझको ।  सारा शरीर … Read more