होली के रंग
लाल गुलाबी नीले पीले,कई रंगों से रंगी हुई
होली आई होली आई, धरती लग रही सजी धजीरंग बिरंगे फूल और कलियां,बाग, बगीचे खिले हुए।
होली के रंगों के जैसे दिल सबके हैं मिले हुए।
आस-पास और गली गुवाड़ में, लोग रमे हैं रम्मत में।
बाजारों की रौनक देखो,कई गुणा है बढ़ी हुई।
ऐसे में कोई शिकवा गिला है, होलिका में दहन करो।
सब बीती बातों को भुलाकर, दिल से सब को माफ़ करो।
होली के रंगों के जैसे जीवन में सब रंग भरो।
–कंचन चौहान
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