77 वें स्वतंत्रता दिवस उत्सव 15 अगस्त 2023 पर विशेष
भारत 77 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह से नए उत्साह के साथ अमृतकाल 2047 में प्रवेश करेंगे - हर नागरिक की सहभागिता ज़रूरी - एडवोकेट किशन भावनानी गोंदिया
गोंदिया - वैश्विक स्तरपर पूरी दुनिययां की नजरें भारत द्वारा मनाए जाने वाले 77 में स्वतंत्रता दिवस उत्सव 15 अगस्त 2023 की ओर लगी हुई है, जिसका नेतृत्व माननीय पीएम करेंगे व ध्वज फहराएंगे और इस ऐतिहासिक स्मारक की प्राचीर से राष्ट्र को पारंपरिक संबोधन करेंगे। अभी आजादी का अमृतमहोत्सव समारोह चल रहा है, जिसका शुभारंभ माननीय पीएम ने 12 मार्च 2021 को गुजरात के अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम से किया गया था। इसका समापन 15 अगस्त 2023 को होगा और 16 अगस्त 2023 से आजादी की 75 से 100 वर्षों की यात्रा अमृतकाल 2047 की शुरुआत होगी, जो निश्चित रूप से महान भारत की रचना करेगी और 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनियां पर राज करने वाला बादशाह का दर्ज़ा प्राप्त होगा जिसके लिए हरनागरिक की सहभागिता ज़रूरी है। 77 में स्वतंत्रता दिवस समारोह में कई नई पहल की गई है, जैसे पिछले साल की तुलना में बहुत अधिक अतिथियों को आमंत्रित किया गया है जिसमें 1800 से अधिक लोगों को जीवनसाथी के साथ आमंत्रित किया गया है, वही माय गोव के जरिए 17 हज़ार आधिकारिक ई निमंत्रण आमंत्रण ऑनलाइन भेजे गए हैं। यानें निमंत्रण कार्ड जारी किए गए हैं। 12 से अधिक स्थानों पर सरकार की विभिन्न योजनाओं के पहलुओं को समर्पित सेल्फी प्वाइंट स्थापित किए गए हैं। दूसरी ओर भारत देश 13 से 15 अगस्त 2023 के बीच हर घर तिरंगा अभियान मनाया जा रहा है जिसमें पीएम सहित करोड़ों लोगों ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी डीपी को तिरंगे में बदल दिया है,जिससे नागरिकों में जोश और गज़ब के उत्साह का बोध हो रहा है और हमारे प्रिय देश और हमारे दिल का संबंध और गहरा हो रहा है, राष्ट्रवाद की भावना कूट-कूट कर समाहित हो रही है। चूंकि 77 वें स्वतंत्रता दिवस उत्साह उमंग से अमृत महोत्सव संपन्न होकर 1947- 2047 अमृत कल शुरू होगा, इसलिए मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से हम चर्चा करेंगे, भारत के 77 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह से नए उत्साह के साथ अमृतकाल 2047 में प्रवेश करेंगे जिसमें हर नागरिक की सहभागिता ज़रूरी है।
साथियों बात अगर हम 15 अगस्त मनाने के संदर्भ में जानने की करें तो, लगभग 200 वर्षों तक अंग्रेजों ने हमारे भारत देश पर शासन किया। इनमें कई बार वीर क्रांतिकारियों द्वारा लड़ाईयां लड़ी गई और कई आंदोलन किये गये। जिसमें न जाने कितने ही वीर शहीद हुए। कई वर्षों तक जद्दोजहद करते-करते अंततः 15 अगस्त 1947 को हमें आज़ादी मिली। जिस अवसर को हम सभी भारतवासी सम्मान के साथ प्रत्येक वर्ष स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। हमारे देश में स्वतंत्रता दिवस समारोह केवल कोई दिन नहीं बल्कि एक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। प्रत्येक वर्ष इस दिन को पूरे भारतवर्ष में धूम-धाम से मानाया जाता है। ये त्योहार सभी के आपसी मतभेदों को भुलाकर एक साथ मिलजुल कर मनाये जाने वाला त्योहार है।इस दिन लोग अपनी आज़ादी का जश्न मनाते हैं और देश के प्रगति व विकास की कामना करते हैं। स्वतंत्रता दिवस एक ऐतिहासिक पर्व है, आज से 77 वर्ष पूर्व भारत को अंग्रेजों से आज़ादी मिली थी।भारत, जिसने अपना अस्तित्व खो दिया था, को पुनः अपनी पहचान मिली।अंग्रेज भारत आए और यहां के परिवेश को बड़े ध्यान से जानने और परखने के बाद,हमारी कमजोरियों को ध्यान में रखते हुए हम पर आक्रमण किया था। हमारे माननीय पीएम द्वारा हर साल लाल किले पर झंडा फहराया जाता है। इसके बाद वे देश को संबोधित करते हैं और फिर कुछ रंगा-रंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते हैं। इसे देखने के लिये दूर-दूर से लोग दिल्ली जाते हैं और जो नहीं जा पाते वे इसका सीधा प्रसारण देखते हैं।इस प्रकार हम हमारे वीर जवानों को याद करते हुए अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। बता दें आज से 77 वर्ष पूर्व हम पर अंग्रेजों का शासन था, वे व्यापार के बहाने भारत आए और धीरे-धीरे सब कुछ अपने अधीन कर लिया और हमें अपना गुलाम बना लिया था। हमारे देश के वीर योद्धाओं की वजह से आज हम स्वतंत्र हुए हैं और उन लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए इस दिन को मनाते हैं।स्वतंत्रता दिवस भारत के राष्ट्रीय पर्वों में से एक है।
साथियों बात अगर हम 15 अगस्त 2023 को उत्साह पूर्ण भव्यता से बनाने की करें तो, जैसे ही पीएम द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा, पार्श्व पंक्ति विन्यास में भारतीय वायु सेना के दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर मार्क-III ध्रुव द्वारा कार्यक्रम स्थल पर फूलों की वर्षा की जाएगी। हेलीकॉप्टर के कैप्टन, विंग कमांडर और स्क्वाड्रन लीडर होंगे।पुष्पवर्षा के बाद, पीएम राष्ट्र को संबोधित करेंगे, संबोधन के समापन पर राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे। राष्ट्रीय उत्साह के इस उत्सव में देश भर के विभिन्न स्कूलों के एक हजार एक सौ बालक और बालिका एनसीसी कैडेट (सेना, नौसेना और वायु सेना) भाग लेंगे। ज्ञानपथ पर सीटें लगाए गयीं हैं, जिन पर कैडेट आधिकारिक सफेद पोशाक में बैठेंगे।इसके अलावा, समारोह के भाग के रूप मेंएनसीसी कैडेटों को वर्दी में ज्ञान पथ पर बैठाया जाएगा। एक अन्य आकर्षण जी-20 प्रतीक चिन्ह होगा, जो लाल किले पर फूलों की सजावट का भाग होगा।, इस समारोह के हिस्से के रूप में, रक्षा मंत्रालय द्वारा 15-20 अगस्त तक मायगव पोर्टल पर एक ऑनलाइन सेल्फी प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।लोगों को इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए 12 में से एक या अधिक स्थानों पर सेल्फी लेने और उन्हें मायगव प्लेटफॉर्म पर अपलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। कुल बारह विजेताओं, प्रत्येक स्थान से एक, का चयन ऑनलाइन सेल्फी प्रतियोगिता के आधार पर किया जाएगा। प्रत्येक विजेता को 10, हज़ार रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी। सेल्फी प्वाइंटराष्ट्रीय युद्ध स्मारक, इंडिया गेट, विजय चौक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, प्रगति मैदान, राजघाट, जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन, राजीव चौक मेट्रो स्टेशन, दिल्ली गेट मेट्रो स्टेशन, आईटीओ मेट्रो गेट, नौबत खाना और शीश गंज गुरुद्वारा सहित 12 स्थानों पर सरकार की विभिन्न योजनाओं और पहलों को समर्पित सेल्फी प्वाइंट स्थापित किए गए हैं।इन योजनाओं/पहलों में वैश्विक आशा: टीके और योग; उज्ज्वला योजना; अंतरिक्ष शक्ति; डिजिटल इंडिया; कौशल भारत; स्टार्ट-अप इंडिया; स्वच्छ भारत; सशक्त भारत, नया भारत; पॉवरिंग इंडिया; प्रधानमंत्री आवास योजना और जल जीवन मिशन शामिल हैं।
साथियों बात अगर हम 15 अगस्त 2023 में आमंत्रित अतिथियों की करें तो, विशिष्ट अतिथिविशिष्ट अतिथि के रूप में लाल किले में आयोजित समारोह का हिस्सा बनने के लिए देश भर से विभिन्न व्यवसायों से जुड़े लगभग 1,800 लोगों को उनके जीवनसाथी के साथ आमंत्रित किया गया है। यह पहल सरकार के जनभागीदारी दृष्टिकोण के अनुरूप की गई है।इन विशिष्ट अतिथियों में 660 से अधिक जीवंत गांवों के 400 से अधिक सरपंच; किसान उत्पादक संगठन योजना से जुड़े 250 लोग; पीएम किसान सम्मान निधि योजना और पीएम कौशल विकास योजना के 50-50 प्रतिभागी; नई संसद भवन सहित सेंट्रल विस्टा परियोजना से जुड़े 50 श्रम योगी (निर्माण श्रमिक); 50-50 खादी कार्यकर्ता, सीमा पर स्थित सड़कों के निर्माण, अमृत सरोवर और हर घर जल योजना से जुड़े लोगों के साथ-साथ 50-50 प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, नर्स और मछुआरे शामिल हैं। इनमें से कुछ विशिष्ट अतिथियों का दिल्ली में अपने प्रवास के दौरान राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा करने और रक्षा राज्यमंत्री श्री अजय भट्ट से मुलाकात करने का कार्यक्रम है।प्रत्येक राज्य/केन्द्र-शासित प्रदेश से पचहत्तर (75) जोड़ों को भी उनकी पारंपरिक पोशाक में लाल किले में आयोजित समारोह को देखने के लिए आमंत्रित किया गया है।
साथियों बात अगर हम उत्साह पर्व को संक्षिप्त में टू द पॉइंट जानने की करें तो(1) देश में स्वतंत्रता दिवस समारोह मुख्य रूप से लाल किले पर मनाया जाता है।(2) सभी भारतीयों देश के सम्मान में तिरंगे को सलाम करते हैं।(3) पूरे भारत में आजादी की ख़ुशी और शहीदों के सम्मान में ध्वजारोहण किया जाता है।(4) इस अवसर पर लोग राष्ट्रगान एवं राष्ट्रगीत गाते हैं।(5) पूरा देश तिरंगे और तिरंगे के रंगों के लाइटों से सजा हुआ लगता है।(6) लोग तिरंगे के रंग के वस्त्र पहन कर उत्सव मनाते हैं।(7) अमीर, गरीब सभी इस पर्व को बड़े उत्साह के साथमनाते हैं।(8) स्वतंत्रता दिवस का पर्व सभी धर्मों के लोग एक साथ मिलकर मनाते हैं।(9) टीवी चैनलों पर पूरे दिन देशभक्ति के गाने व फ़िल्में प्रसारित होते हैं।(10) प्रत्येक व्यक्ति अपने तरीके से स्वतंत्रता का जश्न मनाता हैं।(11) इस दिन,पीएम राजधानी दिल्ली में लाल किले पर झंडारोहण करते हैं, जिसमें हजारों लोग शामिल होते हैं।(12) इस दिन पीएम लाल किले से देश को संबोधित करते है और लोगों को देश कीउपलब्धियों से अवगत कराते हैं (13) यह भारतीय लोकतंत्र के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है, जिसे भारतीय पूरे सम्मान के साथ मनाते हैं।(14) भारत के सभी राज्यों, शहरों, गांवों और कस्बों में लोग झंडा फहराते हैं और शहीदों को नमन करते हैं।(15) केवल भारत में ही नहीं, दुनियां भर में लाखों लोग इस झंडारोहण समारोह का हिस्सा बनते हैं और इसका आनंद लेते हैं।(16) सड़कों, दफ्तरों और स्कूलकालेज संस्थानों से आने वाली राष्ट्रगान की तेज आवाज़े पूरे दिन सुनाई देती है।(17) स्कूल एवं कालेजों में स्वतंत्रता पर आधारित नाटक, निबंध, कहानी, कविता आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं।(18) छोटे बच्चे हाथों में तिरंगा लेकर, तिरंगी टोपी पहन कर बहुत ही खुशी से इस अवसर को मनाते हैं।(19) ये पर्व हमें स्वतंत्रता दिलाने वाले अनगिनत क्रांतिकारियों के त्याग और बलिदान के नाम मनाते हैं।(20)लोग घूमने जाते है, अच्छे पकवान खाते है और पतंग उड़ाकर इस अवसर का आनंद लेते हैं।
अतःअगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि 77 वें स्वतंत्रता दिवस उत्सव 15 अगस्त 2023 पर विशेष।भारत की 16 अगस्त 2023 से आज़ादी की 75 से 100 वर्षों की अमृतकाल की यात्रा 20047 शुरू।भारत 77 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह से नए उत्साह के साथ अमृतकाल 2047 में प्रवेश करेंगे - हर नागरिक की सहभागिता ज़रूरी है।
साथियों बात अगर हम 15 अगस्त मनाने के संदर्भ में जानने की करें तो, लगभग 200 वर्षों तक अंग्रेजों ने हमारे भारत देश पर शासन किया। इनमें कई बार वीर क्रांतिकारियों द्वारा लड़ाईयां लड़ी गई और कई आंदोलन किये गये। जिसमें न जाने कितने ही वीर शहीद हुए। कई वर्षों तक जद्दोजहद करते-करते अंततः 15 अगस्त 1947 को हमें आज़ादी मिली। जिस अवसर को हम सभी भारतवासी सम्मान के साथ प्रत्येक वर्ष स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। हमारे देश में स्वतंत्रता दिवस समारोह केवल कोई दिन नहीं बल्कि एक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। प्रत्येक वर्ष इस दिन को पूरे भारतवर्ष में धूम-धाम से मानाया जाता है। ये त्योहार सभी के आपसी मतभेदों को भुलाकर एक साथ मिलजुल कर मनाये जाने वाला त्योहार है।इस दिन लोग अपनी आज़ादी का जश्न मनाते हैं और देश के प्रगति व विकास की कामना करते हैं। स्वतंत्रता दिवस एक ऐतिहासिक पर्व है, आज से 77 वर्ष पूर्व भारत को अंग्रेजों से आज़ादी मिली थी।भारत, जिसने अपना अस्तित्व खो दिया था, को पुनः अपनी पहचान मिली।अंग्रेज भारत आए और यहां के परिवेश को बड़े ध्यान से जानने और परखने के बाद,हमारी कमजोरियों को ध्यान में रखते हुए हम पर आक्रमण किया था। हमारे माननीय पीएम द्वारा हर साल लाल किले पर झंडा फहराया जाता है। इसके बाद वे देश को संबोधित करते हैं और फिर कुछ रंगा-रंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते हैं। इसे देखने के लिये दूर-दूर से लोग दिल्ली जाते हैं और जो नहीं जा पाते वे इसका सीधा प्रसारण देखते हैं।इस प्रकार हम हमारे वीर जवानों को याद करते हुए अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। बता दें आज से 77 वर्ष पूर्व हम पर अंग्रेजों का शासन था, वे व्यापार के बहाने भारत आए और धीरे-धीरे सब कुछ अपने अधीन कर लिया और हमें अपना गुलाम बना लिया था। हमारे देश के वीर योद्धाओं की वजह से आज हम स्वतंत्र हुए हैं और उन लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए इस दिन को मनाते हैं।स्वतंत्रता दिवस भारत के राष्ट्रीय पर्वों में से एक है।
साथियों बात अगर हम 15 अगस्त 2023 को उत्साह पूर्ण भव्यता से बनाने की करें तो, जैसे ही पीएम द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा, पार्श्व पंक्ति विन्यास में भारतीय वायु सेना के दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर मार्क-III ध्रुव द्वारा कार्यक्रम स्थल पर फूलों की वर्षा की जाएगी। हेलीकॉप्टर के कैप्टन, विंग कमांडर और स्क्वाड्रन लीडर होंगे।पुष्पवर्षा के बाद, पीएम राष्ट्र को संबोधित करेंगे, संबोधन के समापन पर राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे। राष्ट्रीय उत्साह के इस उत्सव में देश भर के विभिन्न स्कूलों के एक हजार एक सौ बालक और बालिका एनसीसी कैडेट (सेना, नौसेना और वायु सेना) भाग लेंगे। ज्ञानपथ पर सीटें लगाए गयीं हैं, जिन पर कैडेट आधिकारिक सफेद पोशाक में बैठेंगे।इसके अलावा, समारोह के भाग के रूप मेंएनसीसी कैडेटों को वर्दी में ज्ञान पथ पर बैठाया जाएगा। एक अन्य आकर्षण जी-20 प्रतीक चिन्ह होगा, जो लाल किले पर फूलों की सजावट का भाग होगा।, इस समारोह के हिस्से के रूप में, रक्षा मंत्रालय द्वारा 15-20 अगस्त तक मायगव पोर्टल पर एक ऑनलाइन सेल्फी प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।लोगों को इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए 12 में से एक या अधिक स्थानों पर सेल्फी लेने और उन्हें मायगव प्लेटफॉर्म पर अपलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। कुल बारह विजेताओं, प्रत्येक स्थान से एक, का चयन ऑनलाइन सेल्फी प्रतियोगिता के आधार पर किया जाएगा। प्रत्येक विजेता को 10, हज़ार रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी। सेल्फी प्वाइंटराष्ट्रीय युद्ध स्मारक, इंडिया गेट, विजय चौक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, प्रगति मैदान, राजघाट, जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन, राजीव चौक मेट्रो स्टेशन, दिल्ली गेट मेट्रो स्टेशन, आईटीओ मेट्रो गेट, नौबत खाना और शीश गंज गुरुद्वारा सहित 12 स्थानों पर सरकार की विभिन्न योजनाओं और पहलों को समर्पित सेल्फी प्वाइंट स्थापित किए गए हैं।इन योजनाओं/पहलों में वैश्विक आशा: टीके और योग; उज्ज्वला योजना; अंतरिक्ष शक्ति; डिजिटल इंडिया; कौशल भारत; स्टार्ट-अप इंडिया; स्वच्छ भारत; सशक्त भारत, नया भारत; पॉवरिंग इंडिया; प्रधानमंत्री आवास योजना और जल जीवन मिशन शामिल हैं।
साथियों बात अगर हम 15 अगस्त 2023 में आमंत्रित अतिथियों की करें तो, विशिष्ट अतिथिविशिष्ट अतिथि के रूप में लाल किले में आयोजित समारोह का हिस्सा बनने के लिए देश भर से विभिन्न व्यवसायों से जुड़े लगभग 1,800 लोगों को उनके जीवनसाथी के साथ आमंत्रित किया गया है। यह पहल सरकार के जनभागीदारी दृष्टिकोण के अनुरूप की गई है।इन विशिष्ट अतिथियों में 660 से अधिक जीवंत गांवों के 400 से अधिक सरपंच; किसान उत्पादक संगठन योजना से जुड़े 250 लोग; पीएम किसान सम्मान निधि योजना और पीएम कौशल विकास योजना के 50-50 प्रतिभागी; नई संसद भवन सहित सेंट्रल विस्टा परियोजना से जुड़े 50 श्रम योगी (निर्माण श्रमिक); 50-50 खादी कार्यकर्ता, सीमा पर स्थित सड़कों के निर्माण, अमृत सरोवर और हर घर जल योजना से जुड़े लोगों के साथ-साथ 50-50 प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, नर्स और मछुआरे शामिल हैं। इनमें से कुछ विशिष्ट अतिथियों का दिल्ली में अपने प्रवास के दौरान राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा करने और रक्षा राज्यमंत्री श्री अजय भट्ट से मुलाकात करने का कार्यक्रम है।प्रत्येक राज्य/केन्द्र-शासित प्रदेश से पचहत्तर (75) जोड़ों को भी उनकी पारंपरिक पोशाक में लाल किले में आयोजित समारोह को देखने के लिए आमंत्रित किया गया है।
साथियों बात अगर हम उत्साह पर्व को संक्षिप्त में टू द पॉइंट जानने की करें तो(1) देश में स्वतंत्रता दिवस समारोह मुख्य रूप से लाल किले पर मनाया जाता है।(2) सभी भारतीयों देश के सम्मान में तिरंगे को सलाम करते हैं।(3) पूरे भारत में आजादी की ख़ुशी और शहीदों के सम्मान में ध्वजारोहण किया जाता है।(4) इस अवसर पर लोग राष्ट्रगान एवं राष्ट्रगीत गाते हैं।(5) पूरा देश तिरंगे और तिरंगे के रंगों के लाइटों से सजा हुआ लगता है।(6) लोग तिरंगे के रंग के वस्त्र पहन कर उत्सव मनाते हैं।(7) अमीर, गरीब सभी इस पर्व को बड़े उत्साह के साथमनाते हैं।(8) स्वतंत्रता दिवस का पर्व सभी धर्मों के लोग एक साथ मिलकर मनाते हैं।(9) टीवी चैनलों पर पूरे दिन देशभक्ति के गाने व फ़िल्में प्रसारित होते हैं।(10) प्रत्येक व्यक्ति अपने तरीके से स्वतंत्रता का जश्न मनाता हैं।(11) इस दिन,पीएम राजधानी दिल्ली में लाल किले पर झंडारोहण करते हैं, जिसमें हजारों लोग शामिल होते हैं।(12) इस दिन पीएम लाल किले से देश को संबोधित करते है और लोगों को देश कीउपलब्धियों से अवगत कराते हैं (13) यह भारतीय लोकतंत्र के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है, जिसे भारतीय पूरे सम्मान के साथ मनाते हैं।(14) भारत के सभी राज्यों, शहरों, गांवों और कस्बों में लोग झंडा फहराते हैं और शहीदों को नमन करते हैं।(15) केवल भारत में ही नहीं, दुनियां भर में लाखों लोग इस झंडारोहण समारोह का हिस्सा बनते हैं और इसका आनंद लेते हैं।(16) सड़कों, दफ्तरों और स्कूलकालेज संस्थानों से आने वाली राष्ट्रगान की तेज आवाज़े पूरे दिन सुनाई देती है।(17) स्कूल एवं कालेजों में स्वतंत्रता पर आधारित नाटक, निबंध, कहानी, कविता आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं।(18) छोटे बच्चे हाथों में तिरंगा लेकर, तिरंगी टोपी पहन कर बहुत ही खुशी से इस अवसर को मनाते हैं।(19) ये पर्व हमें स्वतंत्रता दिलाने वाले अनगिनत क्रांतिकारियों के त्याग और बलिदान के नाम मनाते हैं।(20)लोग घूमने जाते है, अच्छे पकवान खाते है और पतंग उड़ाकर इस अवसर का आनंद लेते हैं।
अतःअगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि 77 वें स्वतंत्रता दिवस उत्सव 15 अगस्त 2023 पर विशेष।भारत की 16 अगस्त 2023 से आज़ादी की 75 से 100 वर्षों की अमृतकाल की यात्रा 20047 शुरू।भारत 77 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह से नए उत्साह के साथ अमृतकाल 2047 में प्रवेश करेंगे - हर नागरिक की सहभागिता ज़रूरी है।
About author
कर विशेषज्ञ स्तंभकार एडवोकेटकिशन सनमुख़दास भावनानी
गोंदिया महाराष्ट्र
تعليقات
إرسال تعليق
boltizindagi@gmail.com