फ्रांस में सर्वोच्च सम्मान - भारत की चांद तक उड़ान

फ्रांस में सर्वोच्च सम्मान - भारत की चांद तक उड़ान - सारे विश्व में भारत का गुणगान 

फ्रांस में सर्वोच्च सम्मान - भारत की चांद तक उड़ान

फ्रांस में सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तां हमारा की गूंज - यह भारत देश है मेरा 

भारत को भविष्य के लिए निर्णायक भूमिका निभाने वाले देश के रूप में अलंकृत करना भारतवासियों के लिए गर्व की बात है - एडवोकेट किशन भावनानी गोंदिया

गोंदिया - वैश्विक स्तरपर आज भारत को भविष्य के लिए निर्णायक भूमिका वाले देश के रूप में जाना जा रहा है यह  हर मूल, वर्तमान और प्रवासी हिंदुस्तानियों के लिए गर्व की बात है,क्योंकि जिस तेजी के साथ हर क्षेत्र में भारत इतिहास रचते हुए सफ़लताओं के झंडे गाड़ते हुए आगे बढ़ रहा है उससे यही लगता है कि हमारे विज़न 2047 के पूर्व ही हम विश्व गुरु बनने में सफ़लता प्राप्त कर लेंगे। आज जिस तरह से दुनियां के पूर्ण विकसित देश अमेरिका फ्रांस रूस आस्ट्रेलिया सहित अनेक नाटो देश भारत को बॉस, ऑटोग्राफ, कंधों पर हाथ रखकर, बॉडी लैंग्वेजेस से भारत से पक्की दोस्ती बनाने के लिए अनेक समझौतों से घुल मिलकर एक हो रहे हैं उससे हर भारतीय को गौरवविंत महसूस होना लाज़मी है। अभी कुछ दिन पूर्व ही अमेरिका और आज 14 जुलाई 2023 को फ्रांस में जिस तरह से भारत को वहां के राष्ट्रीय दिवस परेड के में मुख्य अतिथि और सबसे बड़े सम्मान ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया उससे अब पूरी दुनियां को भारतकी शक्ति रुतबे प्रतिष्ठा सम्मान और ताकत काअंदाजा लग गया होगा। मैंने खुद 13 जुलाई 2023 को पीएम द्वारा फ्रांस के मूल भारतीयों को संबोधित करते हुए देररात तक टीवी चैनलों में लाइव टेलीकास्ट देखा, फिर परेड और फ्रांस का सर्वोच्च सम्मान, वहां के राष्ट्रपति के संबोधन में भारत का गुणगान कि भविष्य के निर्णायक भूमिका वाला देश बताया है जिससे सारे भारतीयों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया उसपर सोने पर सुहागा उसी दिन भारत में चंद्रयान-3 का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण से सारे देशवासियों के खुशी और उमंग का ठिकाना नहीं रहा, क्योंकि यह दोनों सफलताएं हमें इस एक ही दिन में मिली, इसलिए आज हम मीडिया और पीआईबी मेंउपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, फ्रांस में सर्वोच्च सम्मान,  भारत की चांद तक उड़ान, सारे विश्व में भारत का गुणगान। 

साथियों बात अगर हम भारत को फ्रांस में मिले सर्वोच्च सम्मान मिलने की करें तो, पीएम 14 जुलाई 2023 को चैंप्स-एलिसीस पर फ्रांस के राष्ट्रपति महामहिम के निमंत्रण पर सम्मानित अतिथि के रूप में बैस्टिल डे परेड में शामिल हुए।भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक सैन्य बैंड के नेतृत्व में सेना के तीनों अंगों की 241 सदस्यीय भारतीय सशस्त्र बलों की टुकड़ी ने भी परेड में भाग लिया। भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व पंजाब रेजिमेंट ने राजपूताना राइफल्स रेजिमेंट के साथ किया। हाशिमारा के 101 स्क्वाड्रन से भारतीय वायु सेना के राफेल जेट परेड के दौरान फ्लाई पास्ट का हिस्सा बने।14 जुलाई को फ्रांसीसी क्रांति के दौरान 14 जुलाई 1789 को बैस्टिल जेल पर हुए हमले की वर्षगांठ मनाई जाती है, जो भारतीय और फ्रांसीसी दोनों संविधानों के केंद्रीय विषय स्वतंत्रता  समानता और भाईचारे के लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रतीक है। पीएम के फ्रांस दौरे के दूसरे दिन पीएम फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए इससे पहले उनको फ्रांस के सबसे बड़े सम्मान ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। पीएम ये सम्मान पाने वाले पहले भारतीय पीएम हैं।राष्ट्रपति ने पीएम को ये सम्मान दिया। अब वे भारत के पहले पीएम हैं, जिन्हें फ्रांस ने अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर इससे पहले दुनिया भर के चुनिंदा प्रमुख नेताओं और प्रतिष्ठित लोगों को दिया गया है। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, वेल्स के तत्कालीन राजकुमार किंग चार्ल्स, जर्मनी की पूर्व चांसलर एंजेला मर्केल और संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बुट्रोस बुट्रोस घाली सहित अन्य हस्तियों को यह सम्मान मिला है।पीएम को फ्रांस का सर्वोच्च सम्मान मिलने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट किया,यह भारत-फ्रांस साझेदारी की भावना का प्रतीक है। 

साथियों बात अगर हम दिनांक 13 जुलाई 2023 को माननीय पीएम द्वारा फ्रांस में मूल भारतीयों को संबोधन की करें तो मैंने स्वयं देर रात तक लाइव संबोधन सुना उन्होंने कहा,भारत अगले 25 वर्षों में विकसित होने के लक्ष्य पर काम कर रहा है। आज हर इंटरनेशनल एजेंसी कह रही है भारत आगे बढ़ रहा है।उन्होंने कहा, मैं संकल्प लेता हूं कि शरीर का हर कण आपके लिए है। वर्ल्ड ऑर्डर में भारत खास रोल निभा रहा है। हर चुनौती से निपटने में भारत का अनुभव और प्रयास दुनिया के लिए मददगार साबित हो रहा है। फ्रांस और भारत के लोगों के बीच का कनेक्शन और लोगों के बीच का आपसी विश्वास ही इस साझेदारी का सबसे मजबूत आधार है। यहां नमस्ते फ्रांस फेस्टिवल होता है, तो भारत में लोग बोन्सू इंडिया का आनंद उठाते हैं।भारत इस समय जी20 की अध्यक्षता कर रहा है। पहली बार किसी देश की अध्यक्षता में ऐसा हो रहा है कि उस देश के कोने-कोने में 200 से ज्यादा बैठकें हो रही हैं। पूरा जी20 समूह भारत की सामर्थ्य को देख रहा है।मैं 2015 में फ्रांस आया था, तब मैंने यहां शहीद हुए हजारों भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी थी। 100 साल पहले ये भारतीय सैनिक अपना कर्तव्य निभाते हुए फ्रांस की धरती पर शहीद हुए थे। तब जिन रेजीमेंट से उन जवानों ने यहां युद्ध में हिस्सा लिया, उन्हीं में से एक पंजाब रेजिमेंट कल यहां नेशनल डे परेड में हिस्सा लेने जा रही है। शहादत को सम्मान देने के लिए फ्रांस का धन्यवाद। उन्होंने भारतवंशियों के लिए 4 ऐलान भी किए।फ्रांस में तमिल कवि और संत तिरुवल्लुवर की प्रतिमा लगेगी। उनकी लिखी किताब तिरुक्कुरल दुनियाभर में मशहूर है और कई भाषाओं में ट्रांसलेट की जा चुकी है। फ्रांस में मास्टर्स करने वाले भारतीय छात्रों को 5 साल का लॉन्ग टर्म पोस्ट स्टडी वीजा दिया जाएगा। इससे पहले पोस्ट स्टडी वीजा लिमिट केवल 2 साल की थी।भारत सरकार ने फ्रांस सरकार की मदद से मार्सिले में एक नया वाणिज्य दूतावास खोलने का फैसला किया है।भारतीय फ्रांस में भी यूपीआई के जरिए डिजिटल पेमेंट कर पाएंगे। उन्होंने फ्रांस में बसे प्रवासियों से भारत में निवेश की भी अपील की। साथ ही ये भी बताया कि फ्रांस और भारत के बीच डिजिटल पेमेंट को लेकर करार हुआ है। इसके तहत फ्रांस में भारत के यूपीआई से पेमेंट की जा सकेंगी। उन्होंने कहा जल्द ही इसकी शुरुआत एफिल टावर से होगी।उन्होंने कहा, फ्रांस आना घर आने जैसा है। भारत के लोग जहां जाते हैं मिनी इंडिया बना लेते हैं। 

साथियों बात अगर हम पीएम को मिले उच्च प्रतिष्ठित वैश्विक सम्मानों की करें तो, विभिन्न देशों द्वारा शीर्ष अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार और सम्मान दिए गए हैं। उन्हें जून 2023 में मिस्र द्वारा ऑर्डर ऑफ द नाइल, मई 2023 में पापुआ न्यू गिनी द्वारा कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू, मई 2023 में कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी, मई 2023 में पलाऊ गणराज्य द्वारा एबाकल पुरस्कार दिया गया। 2021 में भूटान ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो, 2020 में अमेरिकी सरकार द्वारा लीजन ऑफ मेरिट अवार्ड और 2019 में बहरीन द्वारा किंग हमद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां अवार्ड दिया गया था। 2019 में मालदीव का सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ द डिस्टिंग्विश्ड रुल ऑफ निशान इज्जुद्दीन, रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू अवार्ड और संयुक्त अरब अमीरात का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ऑर्डर ऑफ जायद अवार्ड मिला था।2018 में ग्रैंड कॉलर ऑफ द स्टेट ऑफ फिलिस्तीन अवार्ड, 2016 में सऊदी अरब का सर्वोच्च सम्मान अब्दुलअजीज अल सऊद ऑर्डर और अफगानिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान स्टेट ऑर्डर ऑफ गाजी अमीर अमानुल्लाह खान मिला था। 

साथियों बात अगर हम 14 जुलाई 2023 को चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण की करें तो 2.35 पर प्रक्षेपण का लाइव टेलीकास्ट अनेक चैनलों पर देखकर हर भारतीय यह भारत देश है मेरा कहकर झूम् उठा।पीएमने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठनों के एक ट्वीट को साझा करते हुए ट्वीट किया;चंद्रयान-3 ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय लिखा है। यह हर भारतीय के सपनों और महत्वाकांक्षाओं को ऊपर उठाते हुए ऊंची उड़ान भरता है। यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है। मैं उनकी भावना और प्रतिभा का अभिनंदन करता हूं!उपराष्ट्रपति ने चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को बधाई दी।एक ट्वीट में उपराष्ट्रपति ने कहा:चंद्रयान-3 के ऐतिहासिक प्रक्षेपण के लिए इसरो की टीम को बधाई! यह असाधारण उपलब्धि, अंतरिक्ष विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में देश की प्रगति को रेखांकित करती है। भारत की शानदार अंतरिक्ष यात्रा में यह उपलब्धि प्रत्येक भारतीय को गौरवान्वित करती है। 

साथियों यह ध्यान देने योग्य बात है कि,1963 में जब पहला चंद्रयान लांच किया गया था तो चंद्रन को साईकिल पर ले जाते हुए टीवी चैनलों पर दिखाया गया है और अभी के चंद्रयान-3 को देखें और हैरानी से भर गए।भारत का मिशन चंद्रयान, कामयाबी की नई उड़ान, भारत की शान देश का नया जय गान।

अतःअगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि फ्रांस में सर्वोच्च सम्मान - भारत की चांद तक उड़ान - सारे विश्व में भारत का गुणगान फ्रांस में सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तां हमारा की गूंज - यह भारत देश है मेरा।भारत को भविष्य के लिए निर्णायक भूमिका निभाने वाले देश के रूप में अलंकृत करना भारतवासियों के लिए गर्व की बात है।

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कर विशेषज्ञ स्तंभकार एडवोकेट किशन सनमुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र
कर विशेषज्ञ स्तंभकार एडवोकेट 
किशन सनमुख़दास भावनानी 
गोंदिया महाराष्ट्र 

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