जो बाइडेन @ 80- नींद उड़ी

जो बाइडेन @ 80- नींद उड़ी - सेहत बिगड़ी- ज़जबा जांबाज़ी नेतृत्व पर अड़ी

जो बाइडेन @ 80- नींद उड़ी
पर्याप्त नींद हमारे शरीर और मस्तिष्क को आराम देने की प्रक्रिया है
पर्याप्त गुणवत्ता नींद स्वस्थथ्यता, फ्रेश ऊर्जावान निरोगी और अच्छी याददाश्त का टॉनिक है - एडवोकेट किशन भावनानी
गोंदिया - वैश्विक स्तरपर अनेक व्यक्तियों को यूं तो नींद का ना आना एक आम बात है, परंतु यदि नींद दुनियां के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका के राष्ट्रपति को ना आए और इसके लिए उन्हें किसी लाइफ सपोर्ट सिस्टम का उपयोग करना पड़े तो यह ख़बर पूरी दुनियां की मीडिया में हेडलाइंस बनना लाज़मी है। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति महोदय 80 वर्ष के हैं, इस उम्र में नींद उड़ना लाजिमी भी है, परंतु जिस तरह अपनी उम्र के इस पड़ाव पर भी अपने ज़ज्बे और जांबाजी से दुनियां के सबसे बड़े पॉपुलर रुतबे वाले मुल्क का नेतृत्व कर रहे हैं, वह ख़ास बात है! परंतु सबसे बड़ी बात वर्ष 2024 में चुनाव लड़ने की तैयारियां भी कर रहे हैं। यही खासियत हमारे भारतीय पीएम की भी है इसलिएचूंकि सोच, रुचि, नेतृत्व एक सधी हुई, रणनीति के तहत हो तो सफ़लता जरूर मिलती है, इसीलिए ही दोनों की दोस्ती का परवाना चढ़ा हुआ है। हालांकि इसके पूर्व में भी हमने इस दोस्ती की मिसालें बहुत देखी है परंतु 21-24 जून 2023 को भी पूरे विश्व ने इस प्रगाढ़य दोस्ती का नजारा देखा परंतु चूंकि मामला अमेरिकी राष्ट्रपति की नींद ना आने से जुड़ा हुआ है इसलिए आज हम इस नींद विषय पर विस्तृत चर्चा करेंगे।
साथियों बात अगर हम अमेरिकी राष्ट्रपति के नींद ना आने पर वाइट हाउस के डिपोर्टी प्रेस सचिव द्वारा 28 जून 2023 को दी गई जानकारी की करें तो, व्हाइट हाउस ने बताया कि यह निशान सीपीएपी डिवाइस का है, जिसे नींद ना आने की बीमारी के चलते, जो बाइडन पहनकर सोते हैं। अटकलों पर विराम लगाने के लिए व्हाइट हाउस की डिप्टी प्रेस सचिव ने बताया कि खर्राटों को बंद करने और नींद ना आने की समस्या में बड़े पैमानेपर लोग सीपीएपी मेडिकल डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं। बता दें कि जो बाइडन बुधवार को शिकागो में एक कार्यक्रम में शामिल होने शिकागो जा रहे थे, इसी दौरान मीडिया के कैमरों ने जो बाइडन के चेहरे पर कुछ रहस्यमयी लाइनें देखीं। इन्हें लेकर सोशल मीडिया पर अटकलों का बाजार गर्म हो गया अब व्हाइट हाउस को इस पर बयान जारी करना पड़ा है कि जो बाइडन भी इस डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं और बाइडन के चेहरे पर दिख रहे निशान भी उसी मेडिकल डिवाइस की वजह से बने हैं। कहा गया कि जो बाइडन 2008 में अपनी नींद ना आने की बीमारी के बारे में खुलासा कर चुके हैं। जो बाइडन ने बीती रात भी डिवाइस का इस्तेमाल किया था, जिसकी वजह से उनके चेहरे पर निशाना बन गया। बता दें कि जो बाइडन पहले से ही अपनी बढ़ती उम्र और सेहत को लेकर आलोचकों के निशाने पर हैं, यही वजह है कि लोग जो बाइडन के चेहरे पर दिखे निशान भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गए। बाइडन की उम्र 80 साल हो चुकी है और वह अमेरिका के इतिहास के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति हैं। जो बाइडन की साइनस और नाक की सर्जरी भी हो चुकी है।जिसकी वजह से उनकी नींद की गुणवत्ता प्रभावित हुई है। ऐसे में बेहतर नींद के लिए जो बाइडन सीपीएपी डिवाइस का इस्तेमाल कर सकते हैं।इसलिए आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे कि, नींद उड़ी - सेहत बिगड़ी- ज़जबा जांबाज़ी नेतृत्व पर अड़ी।पर्याप्त नींद हमारे शरीर और मस्तिष्क को आराम देने की प्रक्रिया है।पर्याप्त गुणवत्ता नींद स्वस्थथ्यता, फ्रेश ऊर्जावान निरोगी और अच्छी याददाश्त का टॉनिक है।
साथियों बात अगर हम पर्याप्त नींद ना आने के कारणों की करें तो, आमतौर पर अनिद्रा का कारण तनाव व थकावट हो सकती है, लेकिन इसके कुछ निम्न कारण भी हो सकते हैं, हर रोज सोने के समय में बदलाव होना। दोपहर में सोना या झपकी लेना। सोते वक्त ज्यादा शोर होना या रूम में अधिक लाइट होना। व्यायाम न करना। सोते वक्त मोबाइल व टीवी जैसे उपकरणों का उपयोग करना। धूम्रपान करना। पूरे दिन कैफीन युक्त पदार्थों का अधिक सेवन करना। कुछ खास तरह की दवाइयों का सेवन करना।रात के वक्त काम करना। चिंता या तनाव। कुछ खास तरह के नींद संबंधी विकार।शरीर में कोई परेशानी होना या स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या होना जैसे - मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग, तनाव।जीवनशैली में बदलाव इत्यादि। अनिद्रा या उन्निद्र रोग (इनसॉम्निया) में रोगी को पर्याप्त और अटूट नींद नहीं आती, जिससे रोगी कोआवश्यकतानुसार विश्राम नहीं मिल पाता और स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। बहुधा थोड़ी सी अनिद्रा से रोगी के मन में चिंता उत्पन्न हो जाती है, जिससे रोग और भी बढ़ जाता है। स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त नींद सोना जरूरी है, लेकिन आजकल कई लोग अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे हैं। इस बीमारी को अंग्रेजी में इंसोमनिया कहा जाता है। यह एक प्रकार का नींद संबंधी विकार है। इसमें व्यक्ति को सोने में असुविधा, नींद की कमी या नींद पूरी नहीं हो पाने की समस्या रहती है। ऐसा होने से स्वास्थ्य पर असर होता है और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। अनिद्रा के लक्षण यह भी हो सकते हैं, सोने की कोशिश करने पर भी नींद न आना, नींद आने पर भी थोड़ी देर में जागना या बार-बार नींद टूटने की शिकायत होना, नींद से उठने के बाद भी खुद को ताजा महसूस नहीं करना और सुस्ती आना, व्यक्ति खुद को अस्वस्थ महसूस करता है, अनिद्रा से ग्रस्त व्यक्ति हमेशा चिड़चिड़ा रहता है और बहुत जल्दी गुस्सा हो जाता है, अनिद्रा से ग्रस्त व्यक्ति को चिंता और अवसाद जैसी समस्याएं जल्दी घेर लेती है।
साथियों बात अगर हम पर्याप्त नींद ना करने के अल्पकालीन और दीर्घकालीन दुष्प्रभावों की करें तो, गहरी नींद नहीं होने से हम तनाव और मानसिक रोग के शिकार होते हैं, नींद पूरी नहीं होने से शरीर और दिमाग को आराम नहीं मिलता है जिससे बदन दर्द, अकड़न और थकावट जैसी परेशानी पैदा हो जाती है, अच्छी नींद नहीं होने पर पाचन तंत्र पर असर पड़ता है जिसके चलते कब्ज की समस्या होती है, पूरी नींद न लेने पर व्यक्ति किसी भी कार्य में एकाग्रचित्त नहीं हो पाता और उसकी स्मरणशक्ति कमजोर हो जाती है, नींद कम होने से व्यक्ति चिड़चिड़ा हो जाता है जिसके चलते छोटी-छोटी बातों पर भी क्रोधित हो जाता है जिसके चलते परिवार, समाज और ऑफिस में भी लोग उससे बात करने में संकोच करते हैं, नींद के अभाव के चलते थकान बनी रहती है और सिर हमेशा भारी रहता है, कम सोने वालों में कईं बार वजन बढ़ने की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है। नींद पूरी न होने के दीर्घकालिक दुष्प्रभाव - यदिहमर पर्याप्त नींद के बिना काम करना जारी रखते हैं, तो आपको दीर्घकालिक और गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं महसूस हो सकती हैं। नींद की कमी के कारण उच्च रक्तचाप, मधुमेह, दिल का दौरा, हार्ट फेलियर और कैंसर, स्ट्रोक तक का खतरा बढ़ जाता है। अन्य संभावित समस्याओं में मोटापा, अवसाद, प्रतिरक्षा प्रणाली की समस्या और सेक्स ड्राइव में कमी महसूस होते रहना भी शामिल है।
साथियों बात अगर हम नींद की आवश्यकता की करें तो, संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए पौष्टिक आहार और नियमित व्यायाम की आवश्यकताओं के बारे में तो हम सभी सुनते आ रहे हैं, परंतु हमको इसके साथ-साथ अच्छी नींद लेना भी बेहद आवश्यक है। मस्तिष्क को बेहतर तरीके से कार्य करने में मदद करने के साथ है, शरीर को री-फ्रेश रखने, प्रतिरक्षा को बढ़ावा देकर रोगों के जोखिम को कम करने और चिंता-तनाव जैसी मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं से बचाने में अच्छी नींद की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में नींद एक जरूरत है। नींद हमारे शरीर और मस्तिष्क को आराम देने की एक प्रक्रिया है, ताकि शरीर और मन ऊर्जा का संग्रह कर ले, और हम आगे के काम के लिए तैयार हो जाएं। इसलिए अच्छी और गहरी नींद के बाद हम काफी ऊर्जावान महसूस करते हैं, अगर किसी कारण से ये नींद पूरी नहीं होती है तो हम परेशान, चिड़चिड़े, आलस्य, और कमजोरी जैसी कई समस्याओं के आप शिकार हो जाते हैं। देखा जाए तो अनिद्रा कोई बीमारी नहीं है, यह एक जीवनशैली है।विशेषज्ञों की सलाह है? नींद पूरी करना सभी के लिए आवश्यक है, यदि हमको इसमें असहजता महसूस होती है तो डॉक्टर की मदद जरूर ले लें। अनिद्रा को इलाज के माध्यम से आसानी से ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा कुछ आसान से उपाय जैसे स्क्रीन टाइम को कम करना, रात में बेडरूम को शांत और अंधेरा रखना, मन को शांत करने के लिए अच्छे संगीत सुनना नींद प्राप्त करने में हमारे लिए सहायक हो सकता है।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन करउसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि जो बाइडेन @ 80- नींद उड़ी,नींद उड़ी सेहत बिगड़ी।आओ चैन की नींद सोएं। नींद के बिना दीर्घकालीन और गंभीर समस्याएं महसूस हो सकती है। नींद हमारे शरीर और मस्तिष्क को आराम देने की प्रक्रिया है। पर्याप्त नींद फ्रेश ऊर्जावान और अच्छी यादाश्त का टॉनिक है।

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कर विशेषज्ञ स्तंभकार एडवोकेट किशन सनमुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र
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किशन सनमुख़दास भावनानी 
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