वो ख्यालात मोहब्बत के

 वो ख्यालात मोहब्बत के

Veena Advani
तेरे तसव्वुर ए ख्यालात में अकसर दिल खोता है

एसा लगे चांदनी रात में चांद चांदनी संग होता है।।


ख्वाबों ख्यालों में गुलज़ार सी तू लगती मुझको

तुझे जी भर के मैं देखूं यही एहसास दिल में होता है ।।


तेरे सुर्ख लबों कि लाली जब मेरे होठों को छुए

ख्यालों में ही सही पर दिल मेरा गुले गुलज़ार होता है।।


वो तेरा सिमट मेरी बांहों में अपना चेहरा छुपाना

तेरे चेहरे के कातिल तील पर दिल बाग-बाग होता है।।


यूं कज़्जरारी आंखों में मुझे देख तेरा पलकें झुकाना

तेरी झुके चेहरे को उठा लबों का टकराना बहार होता है।।


आज ख्यालो में ही सही तू मेरी जिंदगी है कहलाती

देख आंखों में गौर से मेरी तेरी तस्वीर का दीदार होता है।।


क्या उसे भी मेरी तरह मेरा ख्यालों आता होगा

क्या मेरी तरह उसका दिल भी बैचेन बेकरार होता है।।


तेरे तसव्वुर ए ख्यालात में अकसर दिल खोता है

एसा लगे चांदनी रात में चांद चांदनी संग होता है।।2।।


वीना आडवाणी तन्वी

नागपुर, महाराष्ट्

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