pyar karna tu apni aukat dekh kar by ajay prasad

प्यार करना तू अपनी औकात देख कर 

pyar karna tu apni aukat dekh kar  by ajay prasad


प्यार करना तू अपनी औकात देख कर

हैसियत ही नहीं बल्कि जात देख कर ।


दिल और दिमाग दोंनो तू रखना दुरुस्त

इश्क़ फरमाना घर के हालात देख कर ।


होशो हवास न खोना आशिक़ी में यारों

ज़िंदगी ज़ुल्म ढाती है ज़ज्बात देख कर ।


करना तारीफे हुस्न मगर कायदे के साथ

खलती है खूबसूरती मुश्किलात देख कर ।


क्या तू भी अजय, किसको समझा रहा

डरते कहाँ हैं ये लोग हादसात देख कर

-अजय प्रसाद

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