Aisa samay aayega by Jitendra Kabir
ऐसा समय आएगा
जिस तरह से हर बात में
घुस रही है राजनीति आजकल
जल्द ही ऐसा दिन आ जाएगा,
पिता-पुत्र, पति-पत्नी, भाई-बहन
और दोस्ती के रिश्तों में भी
राजनीति का जहर घुल जाएगा
हर समुदाय के लोगों को
पकड़ कर अलग-अलग बाड़ों में
बंद कर दिया जाएगा,
उनके बीच का कोई भी संबंध
प्रेम, भाईचारा, व्यापार सब कुछ
कानूनन जुर्म कहलाएगा।
अभी तो सरकारें अंतर्जातीय एवं
अंतरहैसियत विवाह निषेध जैसे
कानून भी लाएंगी,
और इस तरह समस्त विश्व को
इस महान देश की ओर से प्रेम व
विश्व-बंधुत्व का संदेश दिया जाएगा।
जितेन्द्र 'कबीर'
यह कविता सर्वथा मौलिक अप्रकाशित एवं स्वरचित है।
साहित्यिक नाम - जितेन्द्र 'कबीर'
संप्रति - अध्यापक
पता - जितेन्द्र कुमार गांव नगोड़ी डाक घर साच तहसील व जिला चम्बा हिमाचल प्रदेश
संपर्क सूत्र - 7018558314