* मेरी कलम *
मेरी कलम दिखादे तू अपना कमाल ।
रोटी मुझे मिले सदा हक़ - ओ - हलाल ।।
मेरी कलम बन जाए मज़लूम की आवाज़ ।
फिर हर तरफ सुनाई दे खुशियों के साज़ ।।
मेरी कलम बन जाए सब जन की बफा ।
जुल्म जमाने से हो जाए रफा - दफा ।।
जमाने मे मेरी कलम से हो जाए अमन ।
इंसानियत की खुशबू से महका करे चमन ।।
मेरी कलम बन जाए अवाम की अज़ीज़ ।
फिर हक़ - ओ - बातिल की समझेंगे तमीज़।।
'नाचीज' झूठ - ओ - फरेब से सदा रह दूर ।
हर तरफ चमकता रहेगा तेरी क़लम का नूर ।।
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'नाचीज़ बीकानेरी' मो . 9680868028
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