आपातकाल, कब आता है..।
जो बीत गया वो भूत काल है
जो चल रहा वर्तमान काल है
जो आएगा वो भविष्य काल है
जो कभी भी आ जाये वो आपातकाल है
ये हर कोई जानना चाहता होगा..
आपातकाल, कब आता है,
जब किसी घर में बहु, गर्भवती होती है
और सास कहती है..
बेटा ही होना चाहिए
आपातकाल, तब आता है...।
जब बेटी की बारात द्वार पर होती है
और दूल्हे के रिश्तेदार कहते हैं..
लड़के के लिये कार चाहिए
आपातकाल, तब आता है...।
जब पुत्र विहीन परिवार में मुखिया
की मृत्यु हो जाती है और
सवाल उठता है..
दाह संस्कार कौन करेगा
आपातकाल, तब आता है...।
जब सड़क पर किसी अबला की आबरू लूटी जाती है,
और सभ्य समाज के लोग
मुंह फेरकर निकल जाते हैं..
आपातकाल, तब आता है...।
जब कोई राजनेता देश हित को छोड़कर
अपनी कुर्सी बचाने के लिये
संविधान के विपरीत आचरण करता है
आपातकाल, तब आता है...।
जब कोई लेखक ,साहित्यकार,पत्रकार
अपनी कलम से
सच को छुपाने का कृत्य करता है..
और
सामाजिक मर्यादाएं भंग होने लगती हैं
आपातकाल, तब आता है...।
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स्वरचित , लेखक : राजेश शुक्ला सोहागपुर जिला होशंगाबाद मध्यप्रदेश
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