वृद्धों का सम्मान
वृद्धन का सम्मान करो
नाज करो संस्कारन पे
मत इनका उपहास करो
एक दिन ऐसों आओगा
तुम भी बूढ़े होय जाओगे
लोग करेंगे ठठ्ठा
तुम पछताओगे
अहं ताख पर रख
करो सदा इनकी सेवा
आशीष सदा ही पाओगे
जीवन सफल कर जाओगे
मस्तक ऊँचा रख जी पाओगे
जिस भाई ने यह
कर दिखलायो
संतोष बहुत ही पायो है
ऐसा कुछ तुम भी कर जाओ
सुख शांति से जी पाओ।।।।
मधु प्रधान मधुर
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