आसक्ति में नष्ट हुआ कुल,
आसक्ति में नष्ट हुआ कुल,
हाँ कौरवों का नाश हुआ।
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नहीं ग़लत दुर्योधन भ्राता थे,
गलत संस्कार-परवरिश थी।
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धृतराष्ट्र का सिंघासन मोह,
हस्तांतरण पुत्रो में हुआ।
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धृतराष्ट्र तो नेत्रहीन थे,
माता गान्धारी माँ न बन पाई।
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अर्धांगनी ही बनना था तो,
पुत्रों को क्यों जन्म दिया?
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संस्कार और मर्यादा माँ सिखलाती।
कहाँ गलत थे सौ कौरव पुत्र?
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जब जननी ही ने न देखा।
महाभारत के दोषी कौन थे?
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दुर्योधन-और भ्राता कौरव?
या आसक्त सिंघासन के धृतराष्ट्र?
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या अपने कर्तव्यों से मुंह मोड़ने
वाली ,आँखों पर पट्टी बांधने वाली माँ??
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कितने प्रश्नों के उत्तर उलझे हैं?
कहाँ विनाशलीला अंकुर फूटा ?
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किस आसक्ति के मोहपाश में,
महाभारत इतिहास लिखा।
------अनिता शर्मा झाँसी
------मौलिक रचना
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