ग़ज़ल
बहुत खुशी कुछ गम भी है
तेरे यादों में डूबे हम भी है
तुम थी खुशहाल थे हम
तेरे जाने का सितम भी है
प्यार तुम्हारा साथ हमारा
साथ निभाने की कसम भी है
खुश रहो खुशियां ही बांटो
आंचल तुम्हारे भरे रहे
प्यार हमारा साथ तुम्हारा
सफर के हमसफ़र हम भी है
तुम थी खुशहाल थे हम
तेरे जाने का सितम भी है
कवि सी.पी. गौतम
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